शहर के बीचों-बीच बसी कॉलोनियाें में 20 साल बाद भी मूलभूत सुविधाएँ नहीं
कछपुरा की कॉलोनियों के हाल, सड़कों पर भरा बारिश का पानी, निकासी के लिए नाली नहीं
डिजिटल डेस्क, जबलपुर।
शहर के बीचों-बीच बसी कछपुरा क्षेत्र की आधा दर्जन कॉलोनियों में रहने वाले लोग 20 साल से मूलभूत सुविधाओं को मोहताज हैं। यहाँ की कॉलोनियों में सड़क और नाली तक नहीं हैं। बारिश होते ही कच्ची सड़कों पर पानी भर जाता है। लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। हैरान करने वाली बात यह है कि नगर निगम द्वारा यहाँ के नागरिकों से नियमित रूप से टैक्स की वसूली की जा रही है, लेकिन यहाँ पर विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री सभी अवैध कॉलोनियों का नियमितीकरण करने की घोषणा कर चुके हैं।
क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि कछपुरा क्षेत्र के अंतर्गत पुष्प नगर, गणेश नगर, श्रीनगर, गुरुकुंज परिसर फेस-वन, टू और थ्री के साथ ही भूलन बस्ती में लगभग 5 हजार लोग पिछले 20 साल से निवास कर रहे हैं। शहर के बीचों-बीच होने के बाद भी यहाँ पर सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएँ नहीं हैं। बारिश होते ही यहाँ की कच्ची सड़कों पर पानी भर जाता है। इससे लोगों का आना-जाना मुश्किल हो जाता है। विशेष तौर पर बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्षेत्रीय नागरिक जब भी सड़क, नाली, बिजली की बात करते हैं तो नगर निगम के अधिकारी अवैध कॉलोनी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण
कछपुरा क्षेत्र की कॉलोनियों में धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि जब अवैध निर्माण होते हैं, तो उस समय नगर निगम के अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं। अवैध निर्माण होने के बाद अधिकारी अवैध कॉलोनी बताकर विकास कार्य नहीं कराते हैं। अवैध निर्माण को यदि समय पर रोक दिया जाए तो अवैध कॉलोनी की समस्या ही नहीं होगी।
मुख्यमंत्री की घोषणा का भी असर नहीं
क्षेत्रीय पार्षद अंशुल राघवेन्द्र यादव का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो महीने पहले सभी कॉलोनियों का नियमितीकरण करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी नगर निगम के अधिकारी कछपुरा की आधा दर्जन कॉलोनियों का नियमितीकरण नहीं कर रहे हैं। इससे यहाँ रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खंभे तक नहीं लगाए, स्थायी कनेक्शन नहीं मिलते
कछपुरा की कॉलोनियों की हालत यह है कि यहाँ पर बिजली के खंभे तक नहीं लगाए गए हैं। कॉलोनी वालों को स्थायी कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। यहाँ के लोग दूर-दूर से बाँसों के सहारे बिजली की लाइन खींचकर अस्थायी कनेक्शन लिए हुए हैं। इससे हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। बिजली के खंभे नहीं होने से यहाँ पर स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगाई गई है। इससे रात के समय सड़कों पर अँधेरा छाया रहता है।
कछपुरा क्षेत्र की आधा दर्जन कॉलोनियों की नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद कॉलोनियों में विकास कार्य शुरू कराए जाएँगे।
अजय शर्मा (अधीक्षण यंत्री, नगर निगम)