जबलपुर: निवेश लाने उद्यमियों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे सीएम, 64 स्थानों पर होगा लोकार्पण
- कार्यक्रम के शुभारंभ पर पूर्व आयोजन स्थल का लोकार्पण भी सीएम के द्वारा किया जाएगा।
- काॅन्वेंशन सेंटर में डिफेंस सेक्टर पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
- सभी इंवेस्टर वन-टू-वन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जबलपुर में 20 जुलाई को घंटाघर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस कल्चर एण्ड इन्फॉर्मेशन सेंटर में आयोजित होने वाली रीजनल इंडस्ट्री काॅन्क्लेव को लेकर सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।
काॅन्क्लेव को लेकर अभी तक मिली जानकारी के अनुसार उद्यमियों द्वारा सबसे अधिक रुचि एग्रो और माइनिंग बेस इंडस्ट्री में निवेश के लिए दिखाई जा रही है। काॅन्क्लेव में मप्र सहित देश के अन्य प्रदेशों से भी निवेशक आएँगे। इनके स्वागत की तैयारियाँ की गई हैं।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर पूर्व आयोजन स्थल का लोकार्पण भी सीएम के द्वारा किया जाएगा। इसके लिए यहाँ पर हॉल में साज-सज्जा के साथ मेहमानों के बैठने के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर सीएम डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेशभर में 64 जगहों पर लोकार्पण किया जाएगा और भूमि पूजन कार्यक्रम होंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री का उद्बोधन भी होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री सेक्टरवार उद्यमियों से महाकौशल और जबलपुर में निवेश लाने के लिए चर्चा करेंगे, साथ ही अधिकारियों की भी उद्यमियों से बातचीत होगी और जबलपुर सहित महाकौशल क्षेत्र के लिए निवेश पर एमओयू किए जाएँगे।
इसके साथ ही दोपहर 1 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक वायर-सेलर मीट भी होगी। काॅन्वेंशन सेंटर में डिफेंस सेक्टर पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। शाम को सेंटर में ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
देशभर से आएँगे उद्यमी, करीब साढ़े तीन हजार ने कराया रजिस्ट्रेशन
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि इसके लिए दो सत्र तय किए गए हैं। प्रथम सत्र में शुभारंभ पर कार्यक्रम में शामिल होने वाले इंवेस्टर को सुबह साढ़े नौ बजे बुलाया गया है।
और दूसरे सत्र में इंवेस्टर को दोपहर साढ़े 12 बजे आमंत्रित किया गया है। सभी इंवेस्टर वन-टू-वन कार्यक्रम में शामिल होंगे। कलेक्टर श्री सक्सेना ने बताया कि अभी तक कॉन्क्लेव के लिए करीब साढ़े तीन हजार लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।
इसमें मध्यप्रदेश के करीब तीन हजार इंवेस्टर शामिल हैं। इनके अलावा राजस्थान से 35, यूपी से 34, बिहार से 4, छत्तीसगढ़ से 7, महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा 73, गुजरात से 37, हरियाणा से 9, दिल्ली से 35 इंवेस्टर आएँगे।