14 साल में भी शुरू नहीं हुुआ चुटका परमाणु बिजली प्रोजेक्ट
इस नीति से जीरो कार्बन इकोनाॅमी हासिल करने की घोषणा की थी।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
मप्र सरकार ने पुराकालीन ईंधन (फॉसिल फ्यूल) कोयले से बिजली नहीं बनाकर नवीकरणीय ऊर्जा तथा परमाणु बिजली को बढ़ावा देने की नीति अपनाने की घोषणाएँ की हैं। इस नीति से जीरो कार्बन इकोनाॅमी हासिल करने की घोषणा की थी लेकिन इसके बावजूद भी पिछले 14 वर्षों से चुटका परमाणु संयंत्र निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है। इस संबंध में नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डॉ. पीजी नाजपांडे ने ऊर्जा सचिव को पत्र भेजकर बताया कि चुटका में परमाणु रिएक्टर वर्ष 2031 तक स्थापित होना है लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण अभी तक न्यूक्लियर पाॅवर काॅर्पोरेशन को भूमि का भौतिक कब्जा तक नहीं दिया गया है, जबकि चुटका गाँव की निजी, सरकारी, वन भूमि से संबंधित सभी प्रकार की स्वीकृतियों की कार्रवाइयाँ वर्ष 2017 में ही हो गई हैं। मंच के रजत भार्गव, एड.वेदप्रकाश अधौलिया, मनीष शर्मा ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण हेतु अब कोयले से बिजली बनाना बंद करना जरूरी है। परमाणु बिजली उत्पादन की आवश्यकता है। समूचे विश्व में परमाणु बिजली उत्पादित हो रही है।