जबलपुर: दवा दुकानों की जाँच, विरोध में दवा विक्रेता सड़क पर
- गरुड़ दल ने की रेस्टाॅरेंट और शराब दुकान की भी जाँच
- रेस्टाॅरेंट जाँच में मिलीं क्षमता से ज्यादा कुर्सियाँ
- कार्रवाई में पुलिस-प्रशासन को भी शामिल किया जाता है, जबकि इसकी जरूरत नहीं है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गड़बड़ी की आशंका चलते बुधवार को गरुड़ दल ने रांझी स्थित दवा दुकानों और होटलों की जाँच की। अनुविभागीय अधिकारी रांझी एवं सीएसपी रांझी के नेतृत्व में प्रिया मेडिकल स्टोर एवं गुरु नानक मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया गया।
जाँच में दवा दुकानों में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं पाई गई। इधर जाँच शुरू हाेते ही दवा विक्रेता विरोध स्वरूप सड़क पर उतर आए और दुकानें बंद कर दीं। दवा विक्रेताओं का कहना था कि दवा दुकानों की जाँच का अधिकार सीएमएचओ और ड्रग इंस्पेक्टर के पास है, न कि पुलिस-प्रशासन के पास।
अचानक दवा दुकानों के बंद होने से बाजार में गहम गहमी का माहौल बन गया। जबलपुर केमिस्ट एसोसिएशन एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौके पर पहुँचे। एसोसिएशन के सचिव डॉ. चंद्रेश जैन कहना था कि जाँच किए जाने से संगठन को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जाँच करने का अधिकार औषधि निरीक्षक अथवा सीएमएचओ के पास है, लेकिन यह लगातार देखा जा रहा है कि कार्रवाई में पुलिस-प्रशासन को भी शामिल किया जाता है, जबकि इसकी जरूरत नहीं है।
संगठन के अध्यक्ष सुधीर भठीजा एवं सचिव डॉ. जैन द्वारा एसडीएम एवं अन्य अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा की गई। अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया कि आगे से जाँच में पुलिस-प्रशासन शामिल नहीं होगा, इसके बाद व्यापारियों ने दुकानें फिर से खोल लीं।
रेस्टाॅरेंट में नहीं मिले दस्तावेज शराब दुकान की भी जाँच
गरुड़ दल ने रांझी स्थित हॉट एंड चीप चाइनीस रेस्टॉरेंट का भी निरीक्षण किया। जाँच में रेस्टॉरेंट में खाद्य लाइसेंस, गोमस्ता लाइसेंस, श्रम लाइसेंस नवीनीकृत नहीं पाया गया। फायर सेफ्टी का प्रबंध भी नहीं मिला। इसके अलावा वॉटर टेस्टिंग, फूड टेस्टिंग रिपोर्ट संधारित नहीं पाई गई।
पेस्ट कंट्रोल सर्टिफिकेट, कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण प्रमाण पत्र, फूड सेफ्टी डिस्प्ले भी नहीं पाया गया। हाॅल की क्षमता से अधिक टेबल-कुर्सियाँ लगी मिलीं। इसके अलावा अंग्रेजी शराब दुकान, माँ नर्मदा एसोसिएट्स का भी निरीक्षण किया गया।
जाँच में दुकान में नौकरनामा नहीं पाया गया और शराब की विक्रय सूची नहीं पाई गई। सभी दुकानदारों को एक सप्ताह के अंदर कमियों की पूर्ति करने के निर्देश दिए गए। जाँच दल में रांझी एसडीएम आरएस मरावी और सीएसपी विवेक गौतम शामिल रहे।