धान खरीदी: गड़बड़ी के आरोप में उपायुक्त सहकारिता से छिना प्रभार
- कलेक्टर के निर्देश पर माह के प्रारम्भ में 69 वेयर हाउसों की जाँच कराई गई थी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। धान खरीदी में हुई गड़बड़ियों में सहकारिता विभाग का भी बराबर का हाथ रहा। सहकारिता के ही कम्प्यूटर ऑपरेटर खरीदी केन्द्रों में अनाज दर्ज करते हैं। वहीं समिति प्रबंधक और खरीदी केन्द्र प्रभारी भी सहकारिता के ही होते हैं।
ताजा आदेश में सहकारिता विभाग ने जिले के प्रभारी उपायुक्त सहकारिता अखिलेश कुमार निगम से कार्यभार छीन लिया है और उनके स्थान पर सिवनी के सहायक आयुक्त सहकारिता पुष्पेन्द्र कुशवाह को प्रभार सौंपा गया है।
धान खरीदी में गड़बड़ी को लेकर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी और सभी वेयर हाउसों की जाँच कराई गई थी। गड़बड़ी करने वालों पर जमकर कार्रवाई हुई।
इनमें डीएम, आरएम, पटवारी से लेकर कई अन्य पर गाज गिर चुकी है। वहीं कई अभी कतार में हैं। अब राज्य शासन के आदेश पर उपायुक्त सहकारिता से भी प्रभार छीन लिया गया है।
जेएसओ पर भी उठ रहीं अँगुलियाँ
बताया जाता है कि कलेक्टर के निर्देश पर माह के प्रारम्भ में 69 वेयर हाउसों की जाँच कराई गई थी, इसके लिए संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार के नेतृत्व में दल गठित हुए थे और उन्हें जाँच करने के लिए वेयर हाउसों का आवंटन हुआ था।
इनमें से करीब एक दर्जन वेयर हाउसों के स्टॉक में भारी गड़बड़ी मिली थी। इमलई के एक वेयर हाउस में 7500 क्विंटल का अंतर आया था। साथ ही कई अन्य टारगेट पर थे और इसके लिए जेएसओ पर भी संदेह जताया गया था।
जानकारों का कहना है कि अब अगला नम्बर एसडीएम और जेएसओ का होगा, क्योंकि सभी एसडीएम को भी खरीदी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।