जबलपुर: अवैध कब्जों के आगोश में बस स्टॉप, कहीं पार्क किए जा रहे वाहन, तो कहीं परिवार ने ही जमा लिया डेरा
- बदहाल हो गए लाखों रुपए खर्च करके बनाए गए यात्री प्रतीक्षालय
- आम लोगों को झेलनी पड़ रहीं परेशानियाँँ
- अतिक्रमण शाखा के सहयोग से जल्द ही कब्जा मुक्त कराया जाएगा।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। लाखों रुपए खर्च करके मेट्रो बसों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए शहर में बनाए गए अधिकांश बस स्टाॅप बदहाली का शिकार हो गए हैं। हालात ये हैं कि गोहलपुर के बस स्टॉप को पूरे परिवार ने ही अपना ठिकाना बना लिया है, तो कहीं पर आवारा मवेशियों का डेरा रहता है।
कुछ स्थानों पर तो इनका उपयोग वाहनों की पार्किंग के लिए किया जाने लगा है। तेज धूप के बीच यात्रियों के हिस्से में परेशानी ही आ रही है, लेकिन इस अव्यवस्था की ओर देखने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम एवं जेसीटीएसएल द्वारा विजय नगर स्थित एकता चौक एवं अहिंसा चौक के अलावा नौदरा ब्रिज, दमोह नाका, नागरथ चौक, कलेक्ट्रेट रोड, गोहलपुर, आनंद नगर अधारताल आदि जगहों पर मेट्रो बस स्टॉप बनाए गए थे। लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता से ये सभी बदहाल होते गए।
गोहलपुर थाने के सामने वाले बस स्टॉप में तो लम्बे समय से एक परिवार धड़ल्ले से रह रहा है। इसके अलावा नौदरा ब्रिज तिराहे पर बने बस स्टॉप में व्यापारियों द्वारा अपने चार-पहिया वाहन खड़े किए जा रहे हैं। वहीं कलेक्ट्रेट स्थित बस स्टॉप में कभी तो असामाजिक तत्व तो कभी आवारा मवेशियों का डेरा लगा रहता है। ऐसे ही हालात अन्य जगहों पर भी बने बस स्टॉप में बने हुए हैं।
शहर में बनाए गए थे 45 मेट्रो बस स्टॉप
जानकारों की मानें तो नगर निगम एवं जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट काॅर्पोरेशन लिमिटेड (जेसीटीएसएल) के माध्यम से शहर में 45 मेट्रो बस स्टॉप का निर्माण करवाया गया था। इनमें नगर निगम के 12 और पीपीपी मोड के माध्यम से 20 बस स्टॉप बनवाए गए थे।
जिन भी बस स्टॉप में अवैध कब्जों की समस्या है उन्हें अतिक्रमण शाखा के सहयोग से जल्द ही कब्जा मुक्त कराया जाएगा। इन बस स्टॉप को सँवारने के लिए टेंडर प्रक्रिया आयोजित करने पर भी कोई आगे नहीं आया था, लेकिन हमारे द्वारा उचित कार्रवाई जरूर की जाएगी।
सचिन विश्वकर्मा, सीईओ, जेसीटीएसएल