जबलपुर: बेशकीमती जगह पर वर्षों से पड़े खराब वाहन, उग आईं झाड़ियाँ
जिला अस्पताल के बुरे हाल, कुछ वाहन खराब तो कुछ एक्सीडेंट में हुए डैमेज, परिसर में घेर रखी है जगह, तत्वों की नजर
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
जिला अस्पताल विक्टाेरिया परिसर में वर्षों से खड़े पुराने वाहन न सिर्फ परिसर की जगह घेरे हुए हैं, बल्कि कई जीव-जंतुओं को घर बन गए हैं, जो कि यहाँ आने वाले मरीजों के लिहाज से ठीक नहीं है। वाहनों के आस-पास झाड़ियाँ उग आई हैं। पिछले वर्ष जुलाई माह में कर्मचारियों और चिकित्सकों के लिए बने नए आवासों के सामने पड़े कुछ वाहनों को अस्पताल परिसर मंे ही दूसरी जगह स्थानांतरित करवा दिया गया था। सूत्रों के अनुसार कुछ वाहन पूरी तरह कंडम हो चुके हैं। परिसर में कुछ वाहन जहाँ पंप हाउस के पास खड़े हैं, तो कुछ एम्बुलेंस पुराने किचन के बगल वाली खाली पड़ी जगह में खड़ी की गई हैं। अस्पताल आने वाले लोगों का कहना है कि अंग्रेजों के जमाने में बने जिला अस्पताल की खूबसूरती को कंडम वाहन बेनूर कर रहे हैं, साथ ही अस्पताल परिसर की बेशकीमती जगह भी घेरे हुए हैं। सूत्रों की मानें तो जब तक इन वाहनों की नीलामी नहीं होती, तब तक असामाजिक तत्वों की नजर भी इन पर बनी हुई है। आए दिन वाहनों के पार्ट्स गायब हो रहे हैं।
टीकाकरण समेत अन्य कार्यों में होता था उपयोग
जानकारी के अनुसार इन वाहनों का उपयोग भी टीकाकरण समेत अन्य विभागीय कार्यों में होता था। ज्यादा मेंटेनेंस और बड़ी खराबी आ जाने के चलते इनका उपयोग बंद कर दिया गया, जिसके बाद कई वर्षों से यथास्थिति में पड़े हुए हैं। हालांकि प्रबंधन द्वारा इनकी नीलामी के प्रयास अब किए जा रहे हैं, इसके लिए उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया गया है। इन वाहनों की नीलामी प्रक्रिया क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ कार्यालय द्वारा की जाती है। वहीं वाहनों की न्यूनतम कीमत सरकारी इंजीनियर तय करते हैं। पूर्व में भी यह प्रक्रिया हो चुकी है।
असेसमेंट के लिए इंजीनियर भेजने लिखा गया है पत्र
सिविल सर्जन डॉ. मनीष मिश्रा ने बताया कि कुछ वाहनों के पार्ट्स खराब हो गए हैं, कुछ एक्सीडेंट वाले भी हैं। सीएमएचओ कार्यालय के माध्यम से एनएचएम की इंजीनियरिंग डिवीजन को इंजीनियर भेजने के लिए पत्र लिखा है, ताकि इंजीनियर के असेसमेंट करने के बाद और ऑक्शन से पहले इनकी न्यूनतम वैल्यू पता चल सके। प्रक्रिया शासकीय निर्देशों के मुताबिक ही हो रही है।
जिला अस्पताल परिसर में खड़े पुराने वाहनों की ऑक्शन प्रक्रिया पहले भी हो चुकी है, लेकिन वाहनों को खरीदने के लिए कोई नहीं आया। ऑक्शन की प्रक्रिया शीघ्र ही दोबारा की जाएगी।
डॉ. संजय मिश्रा, क्षेत्रीय संचालक, स्वास्थ्य सेवाएँ