जबलपुर: मूँग की खरीदी करने वाले दोनों एफपीओ शामिल थे फर्जीवाड़े में
- कलेक्टर ने कराई थी वित्तीय विशेषज्ञों से जाँच
- राज्य शासन द्वारा मूँग उपार्जन के लिए स्लाॅट बुकिंग की अंतिम तिथि एक दिन और बढ़ा दी गई है।
- 4 सहकारी समितियों को हटाकर उनकी जगह दूसरी समितियाें को उपार्जन का जिम्मा दिया गया है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मूँग खरीदी के लिए बनाए गए खरीदी केन्द्रों में दो एफपीओ पर उंगली उठाई गई थी। इसे लेकर कलेक्टर ने जाँच की बात की थी और दोनों एफपीओ की वित्तीय अनियमितताओं की जाँच वित्तीय विशेषज्ञों से कराई गई तो कई खुलासे हुए।
यहाँ तक कि उनके डायरेक्टर भी बदले गए और फर्जी तरीके से सदस्य भी बनाए गए। वहीं 4 सहकारी समितियों को हटाकर उनकी जगह दूसरी समितियाें को उपार्जन का जिम्मा दिया गया है।
त्रि-शक्ति हाईटेक फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और महामृत्युंजय एग्रो केयर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड पर कई गंभीर आराेप लगाए गए थे। उनके खरीदी में शामिल होने पर आश्चर्य जताया गया था। इसे लेकर पूर्व मंत्री और विधायक अजय विश्नाेई ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भी भेजा था।
इसे देखते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जाँच के आदेश दिए थे। वित्तीय विशेषज्ञों ने जाँच के आधार पर कहा कि त्रि-शक्ति की वित्तीय वर्ष 22-23 की बैलेंस शीट के अवलोकन के अनुसार अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता अखिलेश राय एवं रुचि राय हैं। जिसका उल्लेख कंपनी के आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में किया गया है।
परंतु वित्तीय वर्ष 23-24 का अवलोकन किया गया, तो बैलेन्स शीट में राकेश राय एवं विवेक जैन अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता पाए गए, जिनका उल्लेख आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में नहीं किया गया है एवं न ही अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता शेयर होल्डर के परिवर्तन का उल्लेख संबंधित कोई कार्रवाई विवरण अथवा परिवर्तन संबंधित संशोधित आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन पाया गया, जो कि नियमानुसार गलत है।
इसी प्रकार त्रि-शक्ति द्वारा 300 कृषकों को सदस्य बनाया गया है, जबकि कंपनी के नियमानुसार किसी को भी कंपनी का सदस्य शेयर होल्डर बनाया जाता है तो विधिवत शेयर होल्डर फाॅर्म, सदस्यता फाॅर्म भरवाना चाहिए एवं फाॅर्म में प्राप्त राशि एवं शेयर होल्डर के प्रतिशत का उल्लेख किया जाना चाहिए।
इसी प्रकार महामृत्युंजय एग्रो केयर सिहोरा द्वारा 300 कृषकों को सदस्य बनाया गया है पर विधिवत शेयर होल्डर फाॅर्म नहीं भरवाया गया एवं बैलेन्स शीट में भी 300 सदस्यों से प्राप्त शेयर राशि का उल्लेख होना चाहिए जो कि नहीं है। अब इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मूँग उपार्जन के लिए अब 23 जुलाई तक स्लॉट बुकिंग|
राज्य शासन द्वारा मूँग उपार्जन के लिए स्लाॅट बुकिंग की अंतिम तिथि एक दिन और बढ़ा दी गई है। किसान अब 23 जुलाई तक मूँग उपार्जन के लिए स्लॉट बुक करा सकेंगे। इसके पहले समर्थन मूल्य पर मूँग उपार्जन के लिए स्लॉट बुकिंग की अंतिम तारीख 22 जुलाई तय की गई थी।