विस्फोट मामला: सैन्य अफसरों ने अपने कब्जे में लिए कबाडख़ाने में मिले बमों के खोखे

टीम ने कबाडख़ाने से 30 एमएम बम के तकरीबन ढाई सौ बमों के खोखे जब्त किए

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-14 17:43 GMT

डिजिटल डेस्क जबलपुर। सेंट्रल आर्डनेंस डिपो के सैन्य अफसरों की टीम मंगलवार को एक बार फिर खजरी-खिरिया बाईपास स्थित शमीम कबाड़ी के कबाडख़ाने में पहुँची। काफी समय तक टीम ने एक-एक खोखे को कलेक्ट किया और फिर उन्हें लेकर डिपो लौटी। पता चला है कि कब्जे में लिए गए सभी बमों के खोखे बुधवार को आर्मी एरिया में बने पॉइंट पर डिस्पोज ऑफ किए जाएँगे। खजरी खिरिया के समीप हिस्ट्रीशीटर शमीम के कबाडख़ाने में पहुँचे सैन्य अधिकारियों ने सभी बमों के खोखों की मार्किंग को बाकायदा नोट किया और मौके पर ही पूरे दस्तावेज तैयार किए। पुलिस की मौजूदगी में कबाड़ से बमों के खोखों का जखीरा आर्मी ऑफिसर्स ने अपनी अभिरक्षा में लिया। सूत्रों का कहना है कि टीम ने कबाडख़ाने से 30 एमएम बम के तकरीबन ढाई सौ बमों के खोखे जब्त किए हैं।

ज्ञात हो कि कबाडख़ाने में विस्फोट के बाद एनएसजी का बम निरोधक दस्ता यहाँ पहुँचा था। उसके द्वारा कबाडख़ाने में चप्पे-चप्पे की जाँच की गई। जाँच उपरांत कबाडख़ाने से जब्त किए गए बमों के खोखों को नष्ट करने की कार्रवाई की गई। एनएसजी द्वारा करीब साढ़े 3 सौ छोटे-बड़े बमों के खोखों का नष्टीकरण किया गया था। यह पूरी कार्रवाई कबाडख़ाने में ही हुई थी, इसके लिए करीब 75 विस्फोट बमों के खोखों को नष्ट किया गया था। वहीं कबाड़ में मिले कुछ बम व बारूद के सैंपल को अपने साथ ले गई थी, जिसकी जाँच दिल्ली स्थित एनएसजी लैब में की जानी है।

बरेला फायरिंग रेंज में नष्टीकरण

जानकारों के अनुसार सीओडी की फायरिंग रेंज गौर-बरेला में है। पता चला है कि बुधवार को एक्सपट्र्स की एक टीम बरनू टैंक के समीप बने अपने क्षेत्र में डिस्पोज करेगी। जानकारों का कहना है कि बमों में इस्तेमाल होने वाला बारूद हाई एक्सप्लोजिव कैटेगरी का होता है लिहाजा, इसके डिस्मैंटलाइजेशन में पूरी सुरक्षा, सतर्कता बरती जाती है।  


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