जबलपुर: फोटो लेकर ऐप पर की अपलोड, तब लगी हाजिरी

  • कॉलेजों में प्राध्यापकों के लिए नई व्यवस्था, काॅलेज छोड़ते वक्त भी यही प्रक्रिया लागू
  • काॅलेज परिसर से 200 मीटर बाहर जाते ही लोकेशन बदल जाएगी
  • काॅलेजों में शिक्षकों को समय की पाबंदी और शिक्षण कार्य करने के लिए यह व्यवस्था दी गई है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-02 09:13 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। उच्च शिक्षा विभाग ने सरकारी और अनुदान प्राप्त काॅलेजों में शिक्षकों की हाजिरी के लिए नई व्यवस्था लागू कर दी है। सोमवार को जैसे ही शिक्षक कॉलेज पहुँचे और उन्होंने ऐप के माध्यम से सेल्फी लेकर अपलोड की, तब उनकी अटेंडेंस लगी।

शिक्षकों ने शाम को कॉलेज छोड़ते वक्त भी यही प्रक्रिया अपनाई। हालाँकि कई कॉलेजों में अभी भी शिक्षकों को परेशानी हुई।

जानकारी के अनुसार अब शिक्षकों को सार्थक ऐप के माध्यम से हाजिरी लगानी होगी। ऐसा नहीं किया तो हाजिरी नहीं लगेगी, उन्हें गैरहाजिर माना जाएगा। सिर्फ यही नहीं, काॅलेज आते ही लोकेशन ट्रैक होगी यानी काॅलेज में निर्धारित समय तक उपस्थित रहना पड़ेगा।

काॅलेज परिसर से 200 मीटर बाहर जाते ही लोकेशन बदल जाएगी, ऐसे में अनुपस्थिति दर्ज हो जाएगी। जिले में 17 सरकारी काॅलेज हैं, जहाँ पर इस व्यवस्था को लागू किया गया है। पीएमश्री उत्कृष्ट शासकीय महाकोशल काॅलेज में यह व्यवस्था अभी ट्रायल बेस पर चालू की गई है, जिसके परिणाम अच्छे मिले हैं। काॅलेजों में शिक्षकों को समय की पाबंदी और शिक्षण कार्य करने के लिए यह व्यवस्था दी गई है।

पहले फेल हो चुकी है बायोमेट्रिक अटेंडेंस

उच्च शिक्षा विभाग ने कुछ वर्ष पहले बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने की व्यवस्था की थी। लाखों रुपए की कीमत से काॅलेजों में थम्ब इम्प्रेशन बायोमेट्रिक मशीन क्रय की गई थी। इसके जरिए ही काॅलेज पहुँचते ही शिक्षकों को अंगूठा लगाकर हाजिरी लगानी होती थी।

कई शिक्षक इस मशीन में हाजिरी लगाकर गायब हो जाते थे। शाम के वक्त दोबारा काॅलेज पहुँचकर वे मशीन में अपना अंगूठा लगाकर आउट होने की जानकारी दर्ज कर देते थे। ऐसी कई शिकायतें विभाग को मिल रही थीं, जिस वजह से शिक्षण कार्य बाधित हो रहा था।

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