जबलपुर: एक्यूआई 200 के पार, शहर के मध्य हिस्से में ज्यादा पाॅल्यूशन
मालवीय चौक मढ़ाताल के आसपास वायु गुणवत्ता का स्तर सबसे खराब, माहौल में बढ़ गए धूल और धुआँ के कण
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शीत ऋतु की शुरुआत के साथ शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बिगड़ता जा रहा है। वायु की गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की जा रही है। पाॅल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड और नगर निगम के द्वारा शहर के अलग-अलग हिस्सों में जो एयर क्वालिटी मापने के लिए डिजिटल माॅनिटर लगाए गए हैं उसमें मध्य हिस्से में लगी मशीन दर्शा रही है कि यह पूरा इलाका अन्य क्षेत्रों के मुकाबले ज्यादा प्रदूषित है। मालवीय चौक में एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स रविवार की शाम को 197 दर्ज हुआ यानी 200 के करीब पहुँच गया। सुहागी में एक्यूआई 131, रामपुर में 101 दर्ज किया गया। शहर के सेंट्रल पाॅइंट में जितनी वायु की गुणवत्ता खराब है उसके मुकाबले अन्य जगहों पर फिर भी हालात ठीक हैं। पाॅल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आलोक जैन कहते हैं इस समय पाॅल्यूशन को लेकर ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। जो उपाए स्थानीय निकायों को नियंत्रण के लिए बताए जा रहे हैं उनका पालन हर हाल में हो तभी इसको कन्ट्रोल किया जा सकता है।
सर्दी में अचानक बढ़ रहा स्तर
बीते माह जहाँ एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से नीचे था। सर्दी के शुरूआत के साथ ही इस माह 150 तक पहुँचा और अब एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के करीब पहुँच चुका है। एक्सपर्ट के अनुसार अगले कुछ दिनों में यह और ऊपर जा सकता है। जबलपुर अभी देश के उन 28 शहरों में शामिल है जहाँ की वायु की गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है। विशेष बात यह भी है कि कुछ दिनों में शहर में कोलाहल भी बढ़ा है। नगर निगम और अन्य स्थानीय निकाय जिनको प्रदूषण से बचाने या नियंत्रण के उपाय करना है वे इस दिशा में कुछ नहीं कर सके हैं।
हाईवे में पराली से हर तरफ धुआँ-धुआँ
सिहोरा से पनागर और आगे बाईपास से होते हुए तिलवारा और आगे बरगी तक जितने भी खेत गेहूँ की बुवाई के लिए तैयार किए जा रहे हैं उनमें ज्यादातर में पराली मिटाने आग लगाई जा रही है। इसी के साथ धुएँ के साथ प्रदूषण भी बढ़ रहा है। हाईवे मार्ग में ऐसी हालत है कि शाम के वक्त हर तरफ धुआँ ही धुआँ नजर आता है।