अंधेरगर्दी: स्कूल, धार्मिक स्थल और सबसे बड़े व्यापारिक क्षेत्र सिविक सेंटर में बुरे हाल, लोगों को हैरान कर रही नगर निगम की कार्यप्रणाली

शहर के बीचों-बीच बना दिया कचरा डम्पिंग ग्राउंड, खड़े होना भी मुश्किल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-05 08:52 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

सिविक सेंटर शहर का मध्य स्थल है। इसी विशेषता के कारण इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। करोड़ों रुपए खर्च करके गार्डन, पार्किंग स्थल आदि भी बनाए गए हैं। शहर की इस प्राइम लोकेशन पर स्कूल, धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल और अन्य उपयोगी व बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि नगर निगम पूरे शहर की गंदगी और कचरे काे लाकर यहीं पर डंप कर रहा है। बात हो रही है सिविक सेंटर चौपाटी से नौदरा ब्रिज हनुमान मंदिर तक को कवर करने वाले लगभग ढाई एकड़ के उस हिस्से की जहाँ काफी वर्षों तक प्रदर्शनी (मेला) लगती थी। इसके पास में ही चौपाटी भी बनी हुई है। हालात ये हैं कि जहाँ ये कचरा डम्प किया जा रहा है उसके आधा किलोमीटर के दायरे में दुर्गंध की वजह से खड़ा होना भी मुश्किल है। हालात बद से बदतर हैं। इससे लोगों में खासा असंतोष व आक्रोश है।

सुबह से शाम तक आता-जाता है कचरा

नगर निगम के कर्मचारी इस जगह को कारगिल बोलते हैं। यहाँ सुबह से देर शाम तक कई वार्डों का कचरा डम्प किया जाता है। वैसे कुछ माह पूर्व क्षेत्रीय व्यापारियों के ज्ञापन पर निगम प्रशासन ने इसे टीन के शेड से कवर्ड कर दिया था। लेकिन कचरा ढोने वाली गाड़ियों की लगातार आवाजाही से इस मार्ग पर दिन-भर गंदगी बनी रहती है। आलम ये है कि आसपास के रहवासी और दुकानदार दिन-भर अगरबत्ती जलाकर बैठने को मजबूर रहते हैं।

कन्या विद्यालय के साथ दो प्रमुख धार्मिक स्थल

लोगों के बताया कि नौदरा हनुमान मंदिर और बालाजी मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों के बीच इस डम्पिंग ग्राउंड के समीप गुरुनानक कन्या विद्यालय के साथ सिविक सेंटर चौपाटी भी है। जहाँ दोपहर से देर रात तक शहर के लोग खान-पान के लिए पहुँचते हैं। इतना ही नहीं इसके चारों तरफ इलेक्ट्रॉनिक्स, होटल और कई तरह के बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। लेकिन गंदगी और धूल के साथ उड़ने वाले प्रदूषण के कारण हर कोई परेशान है। रोगों के संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। लोगों ने कहा इसे शहर के बाहर शिफ्ट किया जाना चाहिए।

सिविक सेंटर में टिपर वाहनों से कचरा लाकर उन्हें यहाँ से कॉम्पेक्टर वाहनों में लोड करके कठौंदा भेजा जाता है। कीटनाशकों का छिड़काव भी किया जाता है। समस्या के समाधान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में निश्चित ही ठोस पहल की जाएगी।

- भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

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