कॉलेज में दाखिले के बाद पता चला छात्रावास में रहने ही नहीं मिलेगा

साइंस काॅलेज का मामला, पॉश एरिया में भटक रहे छात्र, तर्क- सीपेज की वजह से दीवारों पर करंट

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-22 09:58 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

जिस कॉलेज के नाम के साथ ही "आदर्श' का टाइटल जोड़ दिया गया हो, उस हॉस्टल के हालात बद से बदतर हैं। खास तौर पर उन छात्रों के सामने बड़ी मुसीबतें खड़ी हो गई हैं, जिन्होंने विक्रम छात्रावास की वजह से कॉलेज में एडमिशन लिया। कॉलेज प्रबंधन ने बारिश और करंट का उलाहना देते हुए हॉस्टल बंद कर दिया है। वहीं दूसरी ओर छात्रावास के मेंटेनेंस की उम्मीदें दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही हैं।

शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय के विद्यार्थी इन दिनों बेहद परेशान हैं। बाहर से पढ़ने आए विद्यार्थियों ने प्रवेश तो ले लिया है, लेकिन उन्हें रहने के लिए छात्रावास ही नहीं मिल पा रहा है। मजबूरी में गरीब तबके के विद्यार्थी सिविल लाइन जैसे पाॅश इलाके में महँगी कीमत पर कमरे लेकर रहने मजबूर हो रहे हैं। इधर काॅलेज प्रबंधन का कहना है कि काॅलेज की इमारत बेहद खराब हो चुकी है। वर्षा के समय सीपेज आने से दीवारों पर करंट लगने की संभावना बनी हुई है। इधर काॅलेज की तरफ से छात्रावास के जीर्णोद्धार को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन भोपाल में मामला अटका हुआ है।

महिला छात्रावास भी जर्जर

सुभद्रा चौहान महिला छात्रावास में भी छात्राओं को रहने में परेशानी आ रही है। इस छात्रावास की नई इमारत में खराबी होने की वजह से छात्राओं को पुराने भवन में रखा गया है। छात्राओं की संख्या भी कम है। बता दें कि यहाँ भी निर्माण कार्य होना है लेकिन नहीं हो पा रहा है।

खाली नहीं हो रहा एनसीसी कार्यालय

कॉलेज प्राचार्य ने बताया कि छात्रों के लिए एक बिल्डिंग और हो सकती थी लेकिन उस पर एनसीसी कार्यालय बना हुआ है और उसे खाली करने के लिए कई बार कलेक्टर से लेकर नेताओं तक को पत्र लिखे गए, लेकिन वह जहाँ का तहाँ है। यह कार्यालय भी कॉलेज की बिल्डिंग में है।

बजट मिलते ही होगा सुधार

छात्रावास की दीवारों पर सीपेज अधिक आ रहा है। इस वजह से दीवारों पर करंट आ रहा है। छात्रों की जान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते। लोक निर्माण विभाग को इस संबंध में लिखा जा चुका है। बजट मिलते ही सुधार कार्य कराया जाएगा।

-डाॅ. एएल महोबिया, प्राचार्य साइंस कॉलेज

Tags:    

Similar News