कार्रवाई : सीनियर डीसीएम ने अलसुबह पवन एक्सप्रेस में सिहोरा से जबलपुर मुख्य स्टेशन के बीच की जाँच
यात्रियों को देने से पहले ही पकड़ीं अनएप्रूव्हड पानी व सोडा की बोतलें
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
जबलपुर रेल मंडल में एक्सप्रेस ट्रेनों में अमानक स्तर की खाद्य सामग्री के साथ ही अनएप्रूव्हड पानी की बाेतलें यात्रियों को सप्लाई करने की शिकायत मिल रही थी। जिसके चलते सोमवार की सुबह सीनियर डीसीएम ने औचक निरीक्षण करने की रणनीति तैयार कर गाड़ी संख्या 11062 पवन एक्सप्रेस में जाँच की। इस दौरान अनएप्रूव्हड पानी और सोडा की करीब 788 बाेतलें जब्त की गई हैं। इतना ही नहीं पेंट्रीकार में अमानक स्तर की आलू और प्याज सहित अन्य सब्जियाँ भी जब्त की गई हैं। बताया जाता है कि ये पानी की बाेतलें ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों को विक्रय के लिए रखी गई थीं। इस मामले में पेंट्रीकार के संचालक दिल्ली के क्लासिक केटरर्स के मैनेजर जसवंत सिंह के विरुद्ध नियमानुसाार कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि रेलवे में यात्रियों को स्वीकृत पानी ही देने का प्रावधान है। इसके अलावा खाद्य सामग्री की गुणवत्ता भी अच्छी होनी चाहिए। इतना ही नही पेंट्रीकार में सफाई के साथ सामग्री की रेट लिस्ट होना भी अनिवार्य किया गया है।
पेंट्रीकार में ही पक रहा था दाल-चावल और सब्जी
रेलवे नियमानुसार पेंट्रीकार में फिलहाल खाना पकाने का प्रावधान नहीं है। इस औचक निरीक्षण में पाया गया कि पेंट्रीकार में दाल-चावल के साथ लिट्टी चोखा और सब्जी बनाई जा रही थी, जबकि खाना निर्धारित बेस किचन से ही लेने का प्रावधान है। बताया जाता है कि जब्त सामग्री पार्सल कार्यालय में जमा कराई गई है। कार्रवाई की रिपोर्ट आईआरसीटीसी ग्रुप जनरल मैनेजर तथा प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक पमरे को प्रेषित की गई है। इस दौरानस्टेशन मैनेजर संजय जैसवाल के साथ अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।
अचानक बुलाया स्टाफ और कार्रवाई शुरू
यह कार्रवाई सीनियर डीसीएम विश्वरंजन के नेतृत्व में की गई। आश्चर्य की बात यह रही है कि श्री रंजन ने ट्रेन में जाँच करने संंबंधी जानकारी पहले से स्टाफ को भी नहीं दी, बल्कि सुबह ही एक टीम तैयार कर अचानक पवन एक्सप्रेस का औचक निरीक्षण किया। सीनियर डीसीएम श्री रंजन ने बताया कि यह कार्रवाई सिहोरा रोड स्टेशन से प्रारंभ की गई। इस दौरान पवन एक्सप्रेस का पेंट्रीकार चैक किया गया। कार्रवाई के दौरान जहाँ असूचिकृत पानी और सोडा की बाेतलें पाई गईं, वहीं अमानक स्तर की खाद्य सामग्री भी मिली। जाँच के दौरान पेंट्रीकार के किसी भी स्थान पर रेट लिस्ट तक नहीं पाई गई तथा मेन्यू कार्ड भी किसी वेंडर के पास नहीं थे। किचन में सफाई भी नहीं थी इसके अलावा कर्मचारियों ने सिर पर टोपी नहीं थी अौर हाथों में दस्ताने तक नहीं पहने थे।
बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए यात्री
टिकट निरीक्षकों ने विभिन्न ट्रेनों में टिकट की जाँच की। जिसमें 37 यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़कर उनसे 28 हजार रुपए तथा 82 अनियमित टिकटधारी यात्रियों को पकड़कर उनसे 43 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया गया।