जबलपुर: तीन साल में बन पाया 60 फीसदी हिस्सा, अब 9 माह में पूर्ण करने का दावा

पुल बनने से दर्जनों गाँवों की करीब एक लाख आबादी को मिलेगा फायदा, अभी 15 किमी का लगाना पड़ रहा चक्कर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-23 11:23 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

नर्मदा नदी पर लम्हेटा से लम्हेटी गाँव के बीच बन रहे केबल स्टे ब्रिज को लेकर निर्माण एजेंसी का दावा है कि समय-सीमा से पहले ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। अभी तक तीन सालों में करीब 60 फीसदी हिस्सा बनकर तैयार हो गया है। शेष 40 फीसदी हिस्सा सितंबर 2024 तक तैयार होने का दावा किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नर्मदा के उस पार रहने वाले दर्जनों गाँवों की करीब एक लाख आबादी को इस ब्रिज के बनने से फायदा होगा।

जानकारों के अनुसार नर्मदा के उस पार डुडवारा, इमलिया, न्यू भेड़ाघाट, लम्हेटी, त्रिशूलभेद, ग्वारी गाँव सहित एक सैकड़ा गाँव हैं। ब्रिज नहीं होने के कारण यहाँ के लोगों को तिलवारा होकर जबलपुर आना पड़ता है। इससे ग्रामीणों को करीब 15 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। यदि ब्रिज का निर्माण हो गया तो सिर्फ पाँच किलोमीटर की दूरी तय कर ग्रामीण शहर आ सकेेंगे। अभी ग्रामीण नाव के सहारे शहर आते हैं। बारिश के दिनों में यह रास्ता बंद हो जाता है। ब्रिज निर्माण से न केवल दूरी कम होगी, बल्कि व्यापार बढ़ेगा और रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। नर्मदा पंचकोसी परिक्रमा करने वालों को भी राहत मिलेगी।

अभी तक दिए जा चुके हैं सैकड़ों ज्ञापन

नर्मदा पंचकोसी परिक्रमा समिति ने ब्रिज का निर्माण जल्द करने की माँग की है। समिति के डॉ सुधीर अग्रवाल ने बताया कि पुल निर्माण के लिए संस्था द्वारा 2011 से लगातार आवेदन दिए जा रहे हैं। अभी तक 400 ज्ञापन दिए जा चुके हैं। जिस गति से निर्माण किया जा रहा है, इससे यह अनुमान है कि तय समय में निर्माण पूरा नहीं हो पाएगा, इसलिए 25 हजार लोगों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को सौंपा गया है। माँग की गई कि पुल का निर्माण पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जाए।

ऐसे शुरू हुआ ब्रिज का काम

ब्रिज निर्माण की स्वीकृति वर्ष 2017 में मिली थी। इसके बाद इसका निर्माण कार्य 2021 में शुरू हुआ। तीन सालों में 12 सौ मीटर के ब्रिज का 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है। निर्माण एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि ब्रिज निर्माण की समय-सीमा मार्च 2025 तक है, लेकिन इसके पूर्व सितंबर 2024 तक इसे पूर्ण कर लिया जाएगा। 90 करोड़ रुपए की लागत से ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।

हाल ही में फँस गए थे सैकड़ों श्रद्धालु

कार्तिक पूर्णिमा पर पिछले माह 27 नवंबर को निकाली गई नर्मदा पंचकोसी परिक्रमा के दौरान बारिश होने के कारण लम्हेटाघाट पर नाव संचालन शाम को बंद कर दिया गया था। इससे परिक्रमा में चल रहे सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु नर्मदा के उस पार फँस गए थे। आनन-फानन में प्रशासन ने बसों की व्यवस्था की, तब लोग वापस घर आ सके। हजारों की संख्या में लोग पंचकोसी परिक्रमा करते हैं। ब्रिज बन जाने से परिक्रमा पथ आसान हो जाएगा।

अभी तक केबल स्टे ब्रिज का 60 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है। सितंबर 2024 तक ब्रिज का निर्माण पूरा हो जाएगा।

नरेन्द्र शर्मा, ईई, लोक निर्माण सेतु

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