छिंदवाड़ा: रफ्तार का कहर, ३१ दिन में ११३ भीषण दुर्घटनाएं, ३७ ने गंवाई जान, औसतन हर दिन दो से तीन सड़क हादसे हुए

  • रफ्तार का कहर, ३१ दिन में ११३ भीषण दुर्घटनाएं, ३७ ने गंवाई जान
  • औसतन हर दिन दो से तीन सड़क हादसे हुए

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-01 04:42 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। वाहनों की बेलगाम रफ्तार ने सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ाया है। जनवरी माह में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में ११३ भीषण दुर्घटनाएं सामने आई है। इन हादसों में ३७ लोगों ने जान गंवा दी। वहीं ७७ लोगों को गंभीर चोट आई है। यातायात और पुलिस टीम की जांच में सामने आया कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं में बाइक सवारों ने हेलमेट नहीं पहना था। सिर पर चोट आने से अधिकांश बाइक सवारों की मौत हुई है। इसके अलावा वाहनों की ओवर स्पीड, चालक के नशे में होने और यातायात नियमों की अनदेखी से भीषणा हादसे हुए है।

बाइपास पर सर्वाधिक सड़क हादसें-

शहर के चारों ओर से निकले बाइपास पर अधिकांश सड़क हादसे सामने आए है। लिंगा बाइपास से नागपुर मार्ग, नरसिंहपुर, सिवनी बाइपास पर भागते तेज रफ्तार वाहनों ने कई लोगों को रौंदा है। अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं गांव को बाइपास मुख्य मार्ग से जोडऩे वाले मार्ग पर हुए है।ट

यह भी पढ़े -गांजा तस्करों को तीन साल कैद और १०-१० हजार का जुर्माना

चालान कटा रहे, लेकिन हेलमेट नहीं पहनते-

शहर समेत जिलेभर में अभियान चलाकर यातायात व पुलिस टीम बिना हेलमेट और सीट बेल्ट न लगाने पर वाहन चालकों के चालान काट रहे है। वाहन चालक चालान कटा लेते है, लेकिन हेलमेट पहनने को तैयार नहीं है। ऐसे में सड़क दुर्घटना होने पर चालक की मौत की संभावना अधिक बढ़ जाती है।

ब्लैक स्पॉट में सुधार की जरुरत-

जिले में चिन्हित ब्लैक स्पॉट और संवेदनशील मार्ग है। यहां अक्सर सड़क हादसे होते है। यातायात और सड़क एजेंसियों द्वारा शहर समेत जिले के चिन्हित ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों वाहनों की रफ्तार कम करने उपाए किए है। इसके बाद भी दुर्घटनाओं का ग्राफ नहीं थमा है, यहां तकनीकि सुधार की आवश्यकता है।

यह भी पढ़े -१३ माह में १३५ लापरवाह वाहन चालकों से छीना वाहन चलाने का अधिकार

सड़क दुर्घटनाएं एक नजर में...

माह दुर्घटनाएं घायल मृतक

जनवरी माह २२ १०६ १२२ ३१

जनवरी माह २३ १०७ ८१ २६

जनवरी माह २४ ११३ ७७ ३७

क्या कहते हैं अधिकारी-

वाहनों की रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी दुर्घटनाओं की मुख्य वजह है। ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों पर वाहनों की स्पीड कम करने व्यवस्थाएं बनाई गई है। जिससे कई स्थानों पर दुर्घटनाएं कम हुई है।

यह भी पढ़े -पर्यटन को लगे पंख, एयरपोर्ट का सपना हो साकार, कृषि-सिंचाई के लिए अभी और काम की जरूरत

-आरपी चौबे, डीएसपी, यातायात

Tags:    

Similar News