छिंदवाड़ा: मजदूरी के पैसे नहीं दिए तो खेत मालिक के परिवार से नाबालिग को उठा लाए थे आरोपी
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नागपुर के कमलेश्वर में मजदूरी नहीं मिलने से नाराज कथित दंपति ने खेत मालिक के परिवार से नाबालिग बच्चे का अपहरण कर लिया था। महाराष्ट्र पुलिस ने सोमवार को खिरकापुरा से अपहृत बालक को बरामद कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वारदात के मुख्य आरोपी पर हत्या, डकैती, लूटपाट जैसे आधा दर्जन अपराध पहले से दर्ज हैं। महाराष्ट्र पुलिस अन्य वारदातों के संबंध में भी पूछताछ कर रही है।
जानकारी अनुसार नागपुर ग्रामीण पुलिस और क्राइम ब्रांच नागपुर की टीम ने सोमवार को कोतवाली थाना क्षेत्र के खिरकापुरा इलाके में दबिश देकर अपहृत नाबालिग को बरामद किया था। इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस दमुआ निवासी प्रवीण उर्फ सोनू पंडागरे (३५), गीता कवरेती (२८), खिरकापुरा निवासी अर्जुन जाधव और अमन चौरसिया को भी अपने साथ ले गई है। बताया जाता है कि कथित दंपति ने बालक के अपहरण के बाद खिरकापुरा में छिपाकर रखा था।
नागपुर में दर्ज हुई थी यह घटना
नागपुर के कमलेश्वर थाना में हुडक़ेश्वर निवासी केशव आर्य ने परिवार के १२ वर्षीय बालक के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। संदेह जताया था कि उनके खेत में बीते छह माह से छिंदवाड़ा के कथित दंपति प्रवीण उर्फ सोनू पंडागरे और गीता कवरेती काम कर रहे थे। १८ नवंबर को इस दंपति के गायब होने के साथ परिवार का १२ साल का बच्चा भी गायब था।
क्राइम ब्रांच नागपुर ने किया खुलासा
संदेह के आधार पर पंडागरे दंपति की तलाश में छिंदवाड़ा पहुंची पुलिस ने खिरकापुरा से प्रवीण और गीता को गिरफ्तार करने के साथ अपहृत बालक को भी ढूंढ लिया। पूछताछ में पता चला कि मजदूरी नहीं मिलने से नाराज होकर बच्चे का अपहरण किया गया था। बच्चे को खिरकापुरा में अमल पिता कैलाश चौरसिया के घर में अर्जुन जाधव की मदद से छिपाकर रखा गया था।