विरोध का ये अनूठा अंदाज, महंगा टमाटर खरीदने बैंक अधिकारी को आवेदन देकर मांगा लोन
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। टमाटर फिलहाल अपने सुर्ख लाल रंग या स्वाद के लिए नहीं बल्कि दाम को लेकर सबकी जुबां पर है। सब्जी उत्पादक छिंदवाड़ा में ही टमाटर १४० रुपए प्रतिकिलो तक के भाव में मिल रहा है। टमाटर सहित अचानक महंगी हुई सब्जियों को लेकर शहर के वार्ड १४ के कांग्रेसियों ने वार्डवासियों के साथ अनूठे अंदाज में विरोध जाहिर किया। वार्ड में ही स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में पहुंचकर कांग्रेसियों व वार्ड के लोगों ने मौजूद बैंक अधिकारी को बकायदा आवेदन देकर टमाटर व अन्य महंगी सब्जियां खरीदने के लिए लोन मांगा। ऋण का यह आवेदन देख बैंक का अमला भी हैरान सा था।
वार्ड १४ के पार्षद आकाश मोखलगाय ने बताया कि उनके वार्ड में अधिकांश गरीब व निम्न-मध्यवर्गीय परिवार निवास करते हैं। ११ सौ से ज्यादा में रसोई गैस सिलेंडर बमुश्किल ले पा रहे हैं। पेट्रोल व बिजली के बढ़े हुए बिल से भी वे हलाकान हैं। अब खाद्य सामग्री के दाम भी बढ़ गए हैं। १५० रुपए प्रतिकिलो बिक रही तुअर दाल उनकी थाली से गायब हो गई है। अब सब्जियों के भी लाले पड़ रहे हैं। १४० रुपए प्रतिकिलो तक बिक रहा टमाटर तो उनकी पहुंच से बाहर हो गया है। श्री मोखलगाय ने कहा कि सरकार सिर्फ बड़े लोगों का ध्यान रख रही है, उसे निम्न-मध्यमवर्गीय परिवारों के दु:ख दर्द के बारे में भी सोचना चाहिए। इस मौके पर पवन बंदेवार, राजा यादव, प्रवीण श्रीवास्तव, राम बंदेवार, राजेंद्र अंबालकर, प्रकाश डोले सहित वार्ड के अन्य लोग उपस्थित रहे।
अदरक-लहसुन भी पहुंच से बाहर
सब्जी के फुटकर बाजार में ४० रुपए प्रतिकिलो से ऊपर ही सब्जियों के दाम हैं। जबकि सब्जियों का स्वाद बढ़ाने वाले अदरक, लहसुन, धनिया और हरी मिर्च के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। अदरक २४० रुपए तो लहसुन २०० रुपए प्रतिकिलो तक बिक रहा है। धनिया डेढ़ सौ पार तो हरी मिर्च के दाम भी लगभग इतने ही हैं। अचानक महंगी हुई सब्जियों ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है। निम्न मध्यमवर्गीय ही नहीं अच्छे-अच्छों को सोचना पड़ रहा है।
सब्जियों के भाव पर एक नजर:
सब्जी भाव
गोभी ३०-४०
शिमला मिर्च ५०-६०
बरबटी ७०-८०
टमाटर १००-१४०
सेमी १४०-१६०
फर्रास १५०-१६०
अदरक २२०-२४०
लहसुन १८०-२००
धनिया १४०-१६०
हरी मिर्च १४०-१६०
नोट- सब्जियों के दाम रुपए प्रति किलो में, जो फुटकर बाजार से जुटाए गए हैं।