छिंदवाड़ा: तीस स्कूल ऐसे जिनका पिछले साल का वार्षिक के बाद इस साल तिमाही का रिजल्ट भी रहा खराब

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-17 08:40 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। कक्षा दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी माह में होना है इस लिहाज से इन परीक्षाओं के लिए अब लगभग तीन माह का समय बचा है। इसी बीच चुनावी सीजन भी है ऐसे में शिक्षा विभाग ने उन स्कूलों को चिन्हित किया है जिनका पिछले साल बोर्ड में वार्षिक परीक्षा परिणाम कम था साथ ही इस साल तिमाही परीक्षा में रिजल्ट में सुधार नहीं हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से ऐसे तीन स्कूल प्राचार्यों को रिजल्ट की समीक्षा के लिए तलब किया है। इन प्राचार्योँ को लगातार कम हो रहे रिजल्ट के कारणों को बताना होगा। इसके अलावा यदि पर्याप्त स्टॉफ और सुविधाएं होने के बावजूद कम रिजल्ट रहता है तो ऐसे प्राचार्यों को इसका कारण देना पड़ेगा। हालांकि यह तीस स्कूलों का पहले चरण में चयन किया गया है जिसके बाद आने वाले दिनों में और भी स्कूलों को चिन्हित किया जा रहे है जिनका रिजल्ट कम रहा है।

पहले सुनेंगे कारण, फिर बनेगी कार्ययोजना: जिले के तीस स्कूलों के लगातार कम हो रहे स्कूलों की समीक्षा होगी। इसके लिए १८ अक्टूबर को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में इन तीस स्कूलों के प्राचार्यों की बैठक होगी। यहां पर पहले कम रिजल्ट के कारणों को जाना जाएगा बाद में इसके आधार पर आगामी कार्ययोजना बनाई जाएगी।

आगे और बढ़ेगा आंकड़ा

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अनुसार पहले चरण में तीस स्कूलों का चयन किया गया है जिनकी १८ अक्टूबर को बैठक होगी। इसके बाद दूसरे चरण में अन्य स्कूलों के प्राचार्योँ को बुलाया गया है।

पिछली बोर्ड परीक्षा में इनका रिजल्ट रहा कम

पिछले वर्ष की बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं और बारहवीं के ऐसे ५१ स्कूल चिन्हित किए गए थे जिनका रिजल्ट ३० प्रतिशत रहा था। जिले के कक्षा दसवीं के े२७ और कक्षा बारहवीं के २४ स्कूल थे जिनका परीक्षा परिणाम कम रहा था। पिछले साल की बोर्ड परीक्षा मे कक्षा दसवीं में ६१.५४ प्रतिशत और कक्षा बारहवीं में ४९.१ प्रतिशत विद्यार्थी ही पास हो पाए थे।

ऐसा रहा पिछले सालों का रिजल्ट

वर्ष दसवीं बारहवीं

२०१७-१८ ७१.२६ ७५.५५

२०१८-१९ ६७.८९ ७४.७६

२०१९-२० ६६.२७ ७४.७५

२०२०-२१ १०० १००

२०२१-२२ ६५.२८ ७१.२४

२०२२-२३ ६१.५४ ४९.१

इनका कहना है...

॥ बोर्ड परीक्षाओं के लिए कम समय शेष है। ऐसे में उन स्कूलों को चिन्हित किया गया है जिनका पिछले साल का बोर्ड का परिणाम और इस साल हुई तिमाही परीक्षा का रिजल्ट कम रहा है। १८ अक्टूबर को बैठक में इन स्कूल प्राचार्योँ को बैठक में बुलाया गया है।

- जी.एस.बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी

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