पति का शव देख बेहोश हुई महिला दोबारा नहीं उठी, दंपती की एक साथ निकली अंतिम यात्रा
पति के यूं अचानक छोडक़र चले जाने के सदमे को पत्नी आशा सहन नहीं कर पाई
छिंदवाड़ा/गुढ़ी/जुन्नारदेव। साथ जीने और मरने की कसम खाकर वैवाहिक बंधन में बंधी महिला अपने पति का पार्थिव शरीर देखकर बदहवास हो गई। बेहोश होकर गिरी महिला दोबारा नहीं उठी। घटना शनिवार रात जुन्नारदेव के पालाचौरई की है। हार्ट अटैक की वजह से अस्पताल में मुन्नालाल विश्वकर्मा की मौत हो गई थी। पति के यूं अचानक छोडक़र चले जाने के सदमे को पत्नी आशा सहन नहीं कर पाई और उसने भी दम तोड़ दिया। रविवार को दंपती की अंतिम यात्रा एक साथ निकाली गई।
पालाचौरई निवासी ७० वर्षीय मुन्नालाल विश्वकर्मा को शनिवार रात लगभग ९ बजे हार्ट अटैक आया था। परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जुन्नारदेव में लाकर भर्ती कराया। इलाज के दौरान मुन्नालाल ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने मुन्नालाल का पार्थिक देह घर ले गए। पति का मृत शरीर देखकर पत्नी ६५ वर्षीय आशा विश्वकर्मा सदमे में आ गई। बेहोश होकर जमीन पर गिरी आशा को परिजनों ने अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने आशा को मृत घोषित कर दिया।
४५ साल साथ रही दंपती-
परिवार के सदस्यों के मुताबिक मुन्नालाल और आशा की शादी को लगभग ४५ साल हो चुके थे। उनकी दो बेटी और एक बेटे थे। मुन्नालाल डब्ल्यूसीएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी थे। दंपती के तीनों बच्चों की शादी हो चुकी है।
पति-पत्नी का एक साथ अंतिम संस्कार-
परिजनों के मुताबिक मुन्नालाल और आशा के बीच गहरा प्रेम था। पूरा जीवन दोनों एक दूसरे का विशेष ख्याल रखा करते थे। रविवार को पति और पत्नी दोनों की अंतिम यात्रा एक साथ निकाली गई। स्थानीय मोक्षधाम में पुत्र ने माता-पिता का अंतिम संस्कार किया।