लोकसभा चुनाव 2024: कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, 7 पार्षदों ने थामा बीजेपी का दामन, विजयवर्गीय ने दिलाई सदस्यता
- कांग्रेस के लिए छिंदवाड़ा से आई बुरी खबर
- नगर निगम के सात पार्षदों ने थामा बीजेपी का हाथ
- कैलाश विजयवर्गीय ने दिलाई सदस्यता
डिजिटल डेस्क, भोपाल। लोकसभा चुनाव होने में अब कुछ दिन शेष बचे हैं। 20 मार्च तक चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है। इस महामुकाबले के लिए सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बीच कांग्रेस पार्टी को अपने दिग्गज नेता कमलनाथ का गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा से बड़ा झटका लगा है। दरअसल, छिंदवाड़ा नगर निगम के सात पार्षदों ने 5 मार्च को कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है। मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इन नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई है।
बीजेपी में शामिल होने वाले पार्षदों का कहना है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले छिंदवाड़ा नगर निगमें में विकास कार्य नहीं हो पा रहे थे। जिसके चलते हमें मजबूरी में यह फैसला लेना पड़ा। बीजेपी ज्वाइन करने वाले पार्षद हैं - धनराज भूरा भावरकर, लीना तरगाम, संतोषी वाडिवा, दीपा माहोरे, जगदीश गोदरे, रोशनी सल्लाम और चंद्रभान उर्फ चंदू ठाकरे।
अल्पमत में हुई कांग्रेस
7 पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस छिंदवाड़ा नगर निगम में अल्पमत में आ गई है। बता दें कि छिंदवाड़ा नगर निगम में कुल 48 वार्ड हैं जिनमें से 28 में कांग्रेस और 20 में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। लेकिन 7 पार्षदों के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद अब 27 बीजेपी के जबकि कांग्रेस के केवल 21 पार्षद ही बचे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के नगर निगम अध्यक्ष सोनू मागो की कुर्सी भी खतरे में आ गई है। उनकी पार्टी के अल्पमत में होने के चलते अब उन्हें अध्यक्ष पद से हटना पड़ सकता है। बता दें कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का मजबूत किला माने जाने वाले छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट को जीतने के लिए बीजेपी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। इससे पहले यहां के 1500 कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा था।