डायरिया का प्रकोप: बम्हनीकलां में उल्टी-दस्त का प्रकोप, ३३ ग्रामीण बीमार, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में डाला डेरा, पीएचई ने लिया पानी का सैंपल
- बम्हनीकलां में उल्टी-दस्त का प्रकोप, ३३ ग्रामीण बीमार
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में डाला डेरा
- पीएचई ने लिया पानी का सैंपल
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। हर्रई के ग्राम बम्हनीकलां में डायरिया फैला हुआ है। यहां पिछले तीन दिनों में ३३ ग्रामीण उल्टी-दस्त का शिकार हो चुके है, गनीमत है कि इलाज के बाद सभी की हालत सामान्य है। डायरिया फैलने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बम्हनीकलां पहुंची थी। वहीं पीएचई की टीम ने पीने के पानी का सैंपल लिया है। संभावना जताई जा रही है कि हैंडपंप के पानी के सेवन से लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ा है।
बताया जा रहा है कि मंगलवार से हर्रई के ग्राम बम्हनीकलां में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैला हुआ है। संभवत: बारिश के पानी के साथ गंदगी हैंडपंप में समा गई है। जिसका पानी गांव के लोगों ने पी लिया। दूषित पानी के सेवन से गांव के ३३ लोग डायरिया का शिकार हो गए। गांव में बीमारी फैलने की सूचना पर सीएमएचओ डॉ.एनके शास्त्री, जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ.जीएस बघेल, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ.राहुल नाग के अलावा हर्रई ब्लॉक से स्वास्थ्य टीम बम्हनीकलां पहुंची थी।
पानी में किया दवा का छिडक़ाव-
पीएचई विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर पीने के पानी के पांच सैंपल लिए है। टीम द्वारा पानी की सफाई के लिए क्लोरीन व ब्लीचिंग पाउडर का छिडक़ाव किया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों को हिदायत दी है कि वे पानी उबालकर पिएं, हाथों की सफाई का ध्यान रखें।
प्राथमिक शाला में लगाया शिविर-
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव की प्राथमिक शाला में शिविर लगाया है। यहां उल्टी-दस्त से पीडि़त मरीजों को प्राथमिक इलाज दिया जा रहा है। इसके अलावा डोर टू डोर जाकर इलाज दिया जा रहा है। मीडिया अधिकारी डॉ. प्रमोद वासनिक ने बताया कि डायरिया पीडि़त मरीजों की हालत सामान्य है।