हड़ताल पर डॉक्टर्स: जिला अस्पताल की ओपीडी बंद, निजी क्लीनिकों पर लटके ताले, विरोध में निकाला कैंडल मार्च, ओपीडी में नहीं मिले डॉक्टर, मरीज परेशान
- जिला अस्पताल की ओपीडी बंद
- निजी क्लीनिकों पर लटके ताले
- विरोध में निकाला कैंडल मार्च
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक से दुराचार और हत्या के विरोध में शनिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, जूनियर डॉक्टर, डेंटल मेडिकल संगठन और चिकित्सा शिक्षक संघ ने विरोध प्रदर्शन किया। शनिवार दोपहर एक घंटे ओपीडी बंद रखी गई। इस दौरान चिकित्सकों के न होने से मरीज इलाज के लिए परेशान होते रहे। चिकित्सकों ने प्रदर्शन कर सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपा। इसी के साथ जिलेभर के निजी क्लीनिकों पर ताले लटके रहे।
मेडिकल चिकित्सक एसोसिएशन सचिव डॉ.पवन नांदुलकर ने बताया कि महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी एक घंटे बंद रखी गई थी और शहर समेत जिले के १५० निजी क्लीनिक बंद रखे गए थे। निजी क्लीनिक शनिवार सुबह ६ से रविवार सुबह ६ बजे तक बंद रखे गए है। इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाएं शुरू थी।
चिकित्सकों ने निकाला कैंडल मार्च-
आईएमए के आव्हान पर शनिवार को सभी चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के गेट नम्बर दो से मानसरोवर कॉम्प्लेक्स तक कैंडल मार्च निकाली थी। आईएमए अध्यक्ष डॉ.सुधीर शुक्ला ने बताया कि कैंडल मार्च निकालकर दुराचार और हत्या की शिकार पीडि़ता को श्रद्धाजंली अर्पित की गई।
अन्य संगठनों ने दिया समर्थन-
पश्चिम बंगाल की घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे चिकित्सा संगठनों का अन्य संगठनों ने भी समर्थन किया है। भारतीय जनता पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ की डॉक्टर्स टीम ने शनिवार शाम को राष्ट्रपति व गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके अलावा नर्सेस एसोसिएशन की नर्सिंग इंचार्ज ऑफिसर्स एवं समस्त नर्सिंग ऑफिसर और प्रगतिशील रेडियोग्राफर्स संघ ने भी समर्थन दिया है।