छिंदवाड़ा: बेसमेंट में बना दी ऑफिस, गोदाम, दुकानें, दिल्ली हादसे के बाद भी सबक नहीं ले रहे अधिकारी
- बेसमेंट में बना दी ऑफिस, गोदाम, दुकानें
- दिल्ली हादसे के बाद भी सबक नहीं ले रहे अधिकारी
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। दिल्ली हादसे के बाद बेसमेंट(तलघर) में अवैध गोदाम, दुकान और ऑफिसों के संचालन का मुद्दा फिर से गरमाया हुआ है। तीन छात्रों की मौत के बाद दिल्ली में हंगामा मचा हुआ है, पूरे देश में कार्रवाई शुरु हो गई, लेकिन बात छिंदवाड़ा की करें तो यहां अफसर अभी भी आंख मूंदकर बैठे हुए हैं। तकरीबन दो महीने पहले निगम अफसरों ने कार्रवाई शुरु करते हुए शहर के चार दर्जन से ज्यादा बेसमेंट की दुकानों पर ताले जड़े थे, जिसे बाद में खोल दिया गया। इसके बाद समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ऐसे अवैध तलघरों पर लगातार कार्रवाई के लिए आदेशित कर रहे हैं, लेकिन निगम अफसर सुनने के लिए तैयार नहीं है।
शहर में 150 से ज्यादा ऐसे शॉपिंग कॉम्पलेक्स है। जिनके निर्माण के समय बेसमेंट की अनुमति पार्किंग के लिए ली गई थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से इन कॉम्पलेक्स संचालकों ने पार्किंग के लिए बनाए गए बेसमेंट में दुकानें बनाकर बेच दी। अब इन बेसमेंट में कहीं दुकानें संचालित हो रही है तो कही ऑफिस चल रहे हैं। दिल्ली हादसे के बाद फिर से ये मुद्दा पूरे देश में गरमाया हुआ है। सबसे बड़ी बात ये हैं कि यदि हादसा हो जाए तो यहां पर आग से बचाव के पुख्ता इंतजाम भी नहीं है। पिछले दिनों निगम की टीम ने इसे ही मुद्दा बनाकर शहर के अवैध बेसमेंट में ताले जड़े थे। जिसे बाद में बिना कोई ठोस कार्रवाई के खोल दिया गया।
शहर पर असर, शहर का यातायात प्रभावित
शहर के मुख्य मार्गों पर बने ऐसे शॉपिंग कॉम्पलेक्सों की संख्या सैकड़ों में हैं। इसका सबसे बड़ा असर शहर की यातायात व्यवस्था पर पड़ा है। जिन तलघरों में वाहन खड़े होना चाहिए, वहां पर दुकानें चल रही है। जिसकी वजह से कॉम्पलेक्स के बाहर वाहन खड़े होते हैं। जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है।
शहर में ऐसे 150 से ज्यादा कॉम्पलेक्स
शहर में 150 से ज्यादा ऐसे बेसमेंट है जिसका संचालन नियम विरुद्ध हो रहा है। कई कॉम्पलेक्स के बेसमेंट में सैल तक संचालित हो रही है। जिसमें रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही होती है। यहां हादसा हो जाए तो लोगों के निकलने के लिए जगह तक नहीं है। इसके बाद भी प्रशासन यहां कभी जांच तक नहीं करता है।
अनुमति ली नहीं, बना लिए तलघर
पिछले दिनों जांच में येे बात भी सामने आई थी कि दुकानदारों ने बिना निगम की अनुमति लिए बगैर बेसमेंट का निर्माण कर लिया। इन दुकानों पर भी निगम ने ताला जड़ा था, लेकिन सबके साथ इन्हें भी राहत दे दी गई। न तो जुर्माना किया गया और न ही अफसरों ने इन अवैध बेसमेंट को बंद कराने की कोशिश की।
इनका कहना है....
- अवैध बेसमेंट के खिलाफ फिर से कार्रवाई शुरु कर रहे हैं। सब इंजीनियरों को अपने-अपने क्षेत्र के अवैध बेसमेंट और नियम विरुद्ध बने तलघर की जानकारी मांगी जा रही है।
ईश्वरसिंह चंदेली
ईई, नगर निगम