बोर्ड परीक्षा: १६१ केन्द्रों में ५२ हजार से ज्यादा परीक्षार्थी होंगे शामिल, शिक्षकों के साथ हर केन्द्र में कलेक्टर प्रतिनिधि रहेंगे तैनात
- १६१ केन्द्रों में ५२ हजार से ज्यादा परीक्षार्थी होंगे शामिल
- परीक्षा की गोपनीयता के लिए शिक्षकों के साथ हर केन्द्र में कलेक्टर प्रतिनिधि रहेंगे तैनात
- प्रश्रपत्रों की होगी ट्रेकिंग, कलेक्टर के निर्देश परीक्षा कार्य में लापरवाही तो होगी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। एमपी बोर्ड दसवीं-बारहवीं की पांच फरवरी से परीक्षा शुरू हो रही है। जिले में इस बार कक्षा दसवीं-बारहवीं के नियमित और प्राइवेट के कुल ५२ हजार ४९६ परीक्षार्थी शामिल हो रहे है। परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए बोर्ड के निर्देश पर सभी १६१ परीक्षा केन्द्रों में विभाग के कर्मचारियों के अलावा कलेक्टर प्रतिनिधियों को तैनात किया गया है। विभाग ने छह परीक्षा केन्द्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया है जहां पर विभाग की नजर रहेगी। परीक्षा केन्द्रों पर नकल रोकने के लिए उडऩदस्ता दल भी बनाए गए है। इसके अलावा कलेक्टर मनोज पुष्प ने परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर कार्रवाई की बात कहीं है।
इस बार इतने विद्यार्थी २०२४
कक्षा दसवीं-
नियमित- २६९६९
स्वध्यायी- १६७८
कुल- २८६४७
कक्षा बारहवीं
नियमित- २१७१७
स्वध्यायी- २१३२
कुल- २३८४९
इतने रहेंगे परीक्षा केन्द्र
कुल परीक्षा केन्द्र- १६१
हाईस्कूल- १६१
हायर सेकेंडरी- १५४
स्वध्यायी परीक्षा केन्द्र- ०६
अतिसंवेदनशील केन्द्र- ०६
विकासखंड के बाहर के स्कूल में बने केन्द्राध्यक्ष
एमपी बोर्ड की परीक्षाओं में केन्द्राध्यक्ष और सहायक केन्द्राध्यक्ष पदस्थ विकासखंड के बाहर के केन्द्राध्यक्ष बने है। इस वर्ष केन्द्राध्यक्ष सहायक केन्द्राध्यक्ष की नियुक्ति जिला स्तर पर रेण्डमाइज करते हुए की गई है। कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति के जरिए इनका चयन रेण्डम पद्धति से हुआ है।
गोपनीयता भंग तो प्रतिनिधियों पर भी कार्रवाई
जिले के सभी १६१ परीक्षा केन्द्रों में कलेक्टर प्रतिनिधि नियुक्त किए गए है। कलेक्टर मनोज पुष्प ने मण्डल परीक्षा कार्य अत्यावश्यक सेवा घोषित किया है। यहां पर उन्होंने निर्देश दिए है कि मण्डल परीक्षाओं के लिए नियुक्त केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष और कलेक्टर प्रतिनिधि के कार्य स्थल पर अनुपस्थित होने अथवा मण्डल के निर्देशों की अवहेलना करने पर संबंधित के विरुध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के साथ ही प्रश्नपत्रों की गोपनीयता भंग करने अथवा गोपनीयता भंग का प्रयास करने की स्थिति में मध्यप्रदेश परीक्षा अनिधियम 1937 में निहित प्रावधानों के अंतर्गत संबंधित के विरूध्द कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर प्रतिनिधियों को इन बातों का रखना होगा ध्यान
परीक्षा केन्द्र पर प्रश्नपत्रों के बॉक्स खुलने के उपरान्त यह सुनिश्चित करें कि परीक्षा केन्द्र के कंट्रोल रुम/केन्द्राध्यक्ष के कक्ष में प्रश्न-पत्रों के कोई भी पैकेट नहीं खोले जाए। परीक्षा केन्द्र पर प्रश्न-पत्रों का सील्ड बॉक्स केन्द्राध्यक्ष द्वारा सुबह ८.३० बजे के पूर्व नहीं खोला गया है और सुबह ८.४५ बजे के पूर्व पर्यवेक्षकों को उपलब्ध नहीं कराया गया है। परीक्षा केन्द्र पर सुबह10 बजे तक उपस्थित रहकर परीक्षा के सुचारू रूप से प्रारंभ होने के उपरांत ही परीक्षा केन्द्र को छोड़ेंगे।
मोबाइल एप से होगी ट्रेकिंग
परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए प्रत्येक थाने से परीक्षा केन्द्र तक प्रश्नपत्रों के ले जाने के लिए केन्द्रवार नियुक्त कलेक्टर प्रतिनिधि प्रश्नपत्रों को थाने से निकलवाकर केन्द्राध्यक्ष/सहायक केन्द्राध्यक्ष के साथ परीक्षा केन्द्र तक जायेंगे और केन्द्राध्यक्ष/सहायक केन्द्राध्यक्ष व कलेक्टर प्रतिनिधि द्वारा प्रश्नपत्रों को थाने से परीक्षा केन्द्र तक ले जाते समय मोबाईल एप के माध्यम से ट्रेकिंग की जायेगी। कलेक्टर प्रतिनिधियों के लिये इस मोबाईल एप के इंस्टालेशन व उपयोग संबंधी प्रक्रिया निर्धारित की गई है।