छिंदवाड़ा: पेंच पार्क में कितने वन्यप्राणी, पहले शाकाहारी बाद में गिने जाएंगे मांसाहारी
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पेंच नेशनल पार्क में वन्यप्राणियों की गणना एक बार फिर शुरू हो रही है। सलाना होने वाली गणना दो चरणों में होगी जिसमें पहले शाकाहारी और बाद में मांसाहारी वन्यप्राणियों की गणना की जाएगी। इस बार की गणना का काम आठ से 13 जनवरी को होगा। इसके लिए तैयारियां चल रहीं है। इस बार भी वन कर्मचारियों के साथ वॉलेंटियर्स रहेंगे। यह गणना ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन का चौथा चरण के रूप में हैं। गणना का पूरा काम होनेे के बाद इसकी रिपोर्ट एनटीसीए को भेज दी जाएगी। गणना के लिए विभागीय स्तर पर कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद वॉलेंटियर्स को तैयार किया जाएगा।
दो स्तर पर होगा काम
गणना के लिए दो चरणों में काम होगा। पहले चरण में शाकाहारी और और दूसरे चरण में मांसाहारी वन्यजीवों की गणना होगी। तीन दिन शाकाहारी और तीन दिन मांसाहारी वन्यजीवों की गणना होगी। कर्मचारियों के साथ वॉलेंटिसर्य पैदल जंगल में जाएंगे। कोर और बफर में गणना का काम होगा जिसमें सभी साक्ष्य एकत्रित किए जाएंगे। ज्ञात हो कि यह गणना हर साल होती है।
जिले में मिले हैं अधिक बाघ
पेंच समेत अन्य वन्य क्षेत्रों में हुई चार साल में एक बार होने वाली बाघों की गणना में इस बार अधिक बाघ पाए गए हैं। पेंच के लैंड स्कैप में वर्ष 2018 में 65 बाघ पाए गए थे जिनकी संख्या बढकर अब 123 से हो गई है।
बफर जोन से जुड़े जंगलों में वन्यप्राणियों की गणना
परासियात्न सतपुड़ा नेशनल पार्क पचमढ़ी से जुड़े बफर जोन के जंगल में वन विभाग ने बाघ की गणना कार्य प्रारंभ कर दिया है। जिसके तहत पचमढ़ी, पिपरिया, मटकुली और झिरपा क्षेत्र में गणना कार्य होगा। प्रथम चरण में 25 दिसम्बर से 20 जनवरी तक और द्वितीय चरण मं 25 से 27 जनवरी तक गणना होगी। फील्ड डॉयरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि हर साल विभागीय वन्यप्राणियों की गण्ना होती है। पिछले महीने वन्यप्राणियों के पगमार्क की गणना हुई थी, अब कैमरा ट्रैपिंग के माध्यम से गणना कार्य होगा।