डूब क्षेत्र के किसानों ने बताईं समस्याएं, पूर्व सीएम बोले- चार माह और ठहरो, सरकार बनते ही होगा समाधान

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-06 09:17 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पेंच परियोजना के माचागोरा बांध के डूब में आए किसान आज भी पुनर्वास को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। डूब में आधा दर्जन से अधिक गांव आए थे। जिनका पुनर्वास तो किया गया लेकिन उन्हें मूलभूत सभी सुविधाएं नहीं दी गई हैं। बुधवार को बड़ी संख्या में डूब क्षेत्र के किसान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने उनके आवास शिकारपुर पहुंचे। प्रभावित किसानों ने पुनर्वास क्षेत्र की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। किसानों का कहना था कि उन्हें हटाकर दूसरे स्थान पर तो बसा दिया गया है लेकिन जरूरी सुविधाएं अब तक नहीं दी गई हैं। पेयजल, बिजली और सडक़ों की समस्या से वे जूझ रहे हैं। उनका कहना था कि स्थानीय ब्लॉक व जिला मुख्यालय के संबंधित विभागीय अधिकारियों से अनेक बार आवेदन व निवेदन किया, किन्तु समस्याएं यथावत बनी हुई हंै। इस पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि 4 माह बाद आप सभी के सहयोग और आशीर्वाद से प्रदेश में पुन: कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। सरकार बनते ही डूब क्षेत्र के किसानों की समस्याओं का चरणबद्ध तरीके से निराकरण किया जाएगा।

राजस्व ग्राम का नहीं मिला दर्जा:

पीडि़त किसानों ने कमलनाथ व नकुलनाथ को अवगत कराया कि जिन ग्रामों में उन्हें बसाया गया है, उन सभी ग्रामों को अब तक राजस्व ग्रामों का दर्जा नहीं मिला है। राजस्व रिकार्ड में वे ग्राम नहीं है, इन परिस्थितयों में शासकीय विभागों से उनके आवश्यक दस्तावेज नहीं बन पा रहे हैं। इतना ही नहीं शासन की योजनाओं के लाभ से भी वे वंचित हैं। शिक्षित युवाओं के हाथों में रोजगार नहीं है। किसानों ने मूलभूत सुविधाओं के साथ ही स्पेशल पैकेज उपलब्ध कराने की मांग की।

Tags:    

Similar News