छिंदवाड़ा: चूहों से परेशानी निगम कर्मी, दस्तावेज कुतर रहे,रिकॉर्ड भी सुरक्षित नहीं, मामला कुकड़ा जगत जोन कार्यालय का, अधिकारियों तक पहुंची शिकायत
- चूहों से परेशानी निगम कर्मी, दस्तावेज कुतर रहे,रिकॉर्ड भी सुरक्षित नहीं
- मामला कुकड़ा जगत जोन कार्यालय का
- यहां निगम के सालों पुराने रिकॉर्डों को नुकसान पहुंचा रहे चूहे
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। चूहे निगम कर्मचारियों के लिए परेशानी बन गए हैं। कहीं सालों पुराने रिकॉर्ड कुतर रहे हैं तो कहीं निगम में मौजूद विद्युत और टेलीफोन लाइन को नुकसान पहुंचा रहे हैं। शिकायत अधिकारियों तक भी पहुंच गई, लेकिन हल कुछ नहीं निकला। मामला कुकड़ा जगत जोन कार्यालय का है। जिसके पीछे स्थित राशन दुकान के कारण निगम के दस्तावेज सुरक्षित नहीं है।
पांच जोन में छिंदवाड़ा नगर निगम के काम को विभाजित किया गया है। सभी भवन पुराने पंचायत भवन और सरकारी कार्यालयों में फिलहाल संचालित किए जा रहे है, लेकिन कुकडा जगत कार्यालय में अलग ही समस्या से कर्मचारियों को जूझना पड़ रहा है। यहां चूहों के कारण कर्मचारियों को कार्यालय में बैठना मुश्किल हो गया है। समस्या सिर्फ इतनी ही नहीं है। चूहों ने यहां के सरकारी दस्तावेजों को भी जमकर नुकसान पहुंचाया। आय दिन कहीं विद्युत लाइन कुतर रहे हैं तो कहीं टेलीफोन लाइन कईबार स्थिति ये हो गई कि इंटरनेट लाइन कुतरने के कारण यहां घंटों सर्वर डाउन रहता है। जिसके कारण जलकर, संपत्तिकर सहित अन्य भुगतान घंटों बाधित रहता है।
वजह राशन दुकान, जो सरकारी भवन में हो रही संचालित
जोन कार्यालय में चूहों के आने की मुख्य वजह कार्यालय के पीछे स्थित राशन दुकान है। निगम गठन के बाद से ही ये राशन दुकान यहां संचालित की जा रही है, लेकिन न सरकारी भवन का किराया दिया जा रहा है न अधिकारियों द्वारा वसूला जा रहा है। यहीं से निकलने वाले चूहों के कारण निगम के सरकारी दस्तावेज सुरक्षित नहीं है।
अब चला रहे नोटशीट, ताकि मिले चूहों से छुटकारा
लगातार समस्या बने इन चूहों के कारण जोन कार्यालय के प्रभारियों को अब नोटशीट चलानी पड़ रही है। निगम कमिश्नर को अवगत कराया जा रहा है कि इन चूहों के कारण सरकारी दस्तावेजों को नुकसान हो रहा है। कई बार क्षति हो चुकी है, जिसके कारण निगम का कामकाज प्रभावित हो रहा है।
इनका कहना है...
- चूहों के कारण समस्या आ रही है। इसके पहले तत्कालिक कमिश्नर राहुल सिंह को अवगत कराया गया था।
मुकेश चौखे
जोन प्रभारी, कुकड़ा जगत