खापासानी: कीचड़ की वजह से बच्चे स्कूल जाने से कतरा रहे, पानी सिर पर ढोने मजबूर, आदिवासी अंचल की तस्वीर जो प्रशासन को विकास का आईना दिखा रही

  • कीचड़ की वजह से बच्चे स्कूल जाने से कतरा रहे
  • पानी सिर पर ढोने मजबूर
  • आदिवासी अंचल की तस्वीर जो प्रशासन को विकास का आईना दिखा रही

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-18 04:40 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा, तामिया। सुरम्यवादियों की खूबसूरती के पीछे ग्रामीणों का दर्द छिपा है। जो आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। कीचड़ में लथपथ होकर स्कूल पहुंचने से बच्चे कतरा रहे हैं। जिन घरों तक नलजल योजना नहीं पहुंची वहां की महिलाएं सिर पर पानी ढोने मजबूर हैं। दलदलनुमा सडक़ पर १ किलोमीटर पैदल चलकर पीने के लिए पानी लाती हैं। सारा दिन पीने के पानी की व्यवस्था करने में गुजर जाता है। छोटे-छोटे बच्चे भी मां के साथ इसी कीचड़ भरी सडक़ पर साथ चलते हैं। जबकि जिम्मेदार अधिकारी यहां सबकुछ ठीक-ठाक होने का हवाला देकर इनके दर्द पर पर्दा डाल देते हैं।

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जी हां यह तस्वीर है तामिया ब्लॉक के खापासानी ग्राम पंचायत की। जहां रहने वाले करीब १ हजार ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। वार्ड की अधिकांश आंतरिक सडक़ें आज भी कच्ची हैं। बारिश के दिनों में कीचड़ से लबालब सडक़ों पर चलना मुश्किल होता है। स्कूली बच्चे इन पर चलने से कतराते हैं। हैंडपंप पर निर्भर आबादी १ किलोमीटर दूर से सिर पानी ढोने मजबूर हैं।

ग्रामीण कोदुलाल ककोडिया का कहना है कि नाले के पास जो हैंडपम्प है, उसमें गंदा पानी आता है। ग्रामीण कीचड़ भरे रास्ते से सिर पर पानी ढोने मजबूर हैं।

समस्याएं ग्रामीणों की जुबानी.........

अब तक सडक़ बनी न व्यवस्था सुधरी

हमने ग्राम पंचायत में आवेदन भी दिया कि हमारे गांव में सडक़ बनवा दीजिए परंतु अभी तक ग्राम पंचायत ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। हमारे बच्चे स्कूल जाने से कतराते हैं क्योंकि वह कीचड़ से गुजरते हैं। महिलाओं, बुजुर्गों व बच्चों को इन्हीं समस्याओं से गुजरना पड़ता है। कीचड़ के रास्ते महिलाएं सिर पर पानी ढोने मजबूर हैं। पंचायत, प्रशासन तक शिकायत कर चुके हैं। लेकिन अब तक न सडक़ बनी न व्यवस्था सुधरी।

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- कोदुलाल ककोडिया, ग्रामीण चेतुढाना

घर तक नल पहुंच जाए तो मेहरबानी होगी

हमारे इलाके में अब तक नलजल योजना नहीं पहुंच सकी। 3 हैंडपम्प और एक कुंआ है। दो हैंडपम्प बंद है। एक में से पानी निकलता है वह भी गंदा आता है। हैंडपम्प के आसपास कीचड़ होने से पानी भरने में दिक्कत होती है। सारा दिन सिर पर पानी ढोने में गुजर जाता है। घर तक नल पहुंच जाए तो पंचायत एवं शासन प्रशासन की बड़ी मेहरबानी होगी

- सरोजबाई , ग्रमाीण खापासानी

खापासानी की हालत पर नजर

-१२० घरों की बस्ती

- १ हजार करीब

- १७ वार्डों की विभाजित पंचायत

- ३ हैंडपम्प में से २ बंद, एक से गंदा पानी आ रहा।

- कुएं का पानी सीमित घरों तक ही सप्लाई हो रहा

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यहां नहीं बन सकी अब तक सडक़

- खापासानी से केवलारी मार्ग

- चेतूढाना से टोला मार्ग

- ४ नम्बर वार्ड

- खापासानी से पौंडी मार्ग पर

- माध्यमिक स्कूल का एप्रोच मार्ग

इनका कहना है

कोई समस्या नहीं है, हैंडपम्प से बकायदा पानी ग्रामीणों को मिल रहा है। बाकी बात कल करेंगे, मैं अभी पारिवारिक कार्यक्रम में व्यस्त हूं।

- ब्रजभूषण पाल, सचिव खापासानी

सडक़ और शुद्ध पेयजल की समस्या से ग्रामीण जूझ रहे हैं। स्कूल पहुंचने के लिए बच्चों को कीचड़ से गुजरना पड़ता है। तीनों हैंडपम्प बंद पड़े हैं।

- मुकेश धुर्वे, पूर्व उपसरपंच खापासानी

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