तेज बुखार सर्दी-खांसी के साथ डायरिया के बढ़ रहे मरीज, जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढ़ी
- खानपान में मामूली लापरवाही उल्टी-दस्त का कारण बन रहा है।
- बाजार की खुली खाद्य सामग्रियों का सेवन न करें।
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। बारिश और मौसम के बदलते रुख का विपरीत असर लोगों के स्वास्थ्य पर पडऩे लगा है। खासतौर पर बच्चे वायरल और डायरिया का शिकार हो रहे है। इन दिनों सर्दी-खांसी और तेज बुखार के साथ पेट में संक्रमण की शिकायत लेकर मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे है। बच्चों के अलावा बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर भी मौसम का असर पड़ रहा है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हर्षवर्धन कुड़ापे ने बताया कि जिला अस्पताल की ओपीडी में औसतन पचास प्रतिशत मरीज वायरल और उल्टी-दस्त का इलाज कराने पहुंच रहे है। इस मौसम में वायरल और खानपान में मामूली लापरवाही उल्टी-दस्त का कारण बन रहा है।
डायरिया होने पर न करें लापरवाही-
वायरल के साथ उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर इलाज में लापरवाही न बरतें। कई बार घरेलू इलाज के चलते मरीज को समय पर बेहतर इलाज नहीं मिल पाता। जिससे शरीर में पानी की कमी से मरीज की हालात गंभीर हो जाती है। डिहाइडे्रशन जानलेवा साबित हो सकता है।
तेज बुखार बना रहने पर कराए जांच-
चिकित्सकों की माने तो मरीजों को दो या तीन दिन लगातार बुखार बना रहने पर ब्लड जांच कराने के साथ डॉक्टरी सलाह से ही दवाएं लें। बारिश में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। बुखार बने रहने पर मरीज को मलेरिया और डेंगू की जांच भी करा लेनी चाहिए।
बारिश में इन बातों का रखें ख्याल...
- वायरल होने पर संक्रमित अपने आप को आइसोलेट कर लें।
- मास्क के उपयोग से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
- खांसते-छींकते वक्त मुंह और नाक पर रुमाल रखें।
- बाजार की खुली खाद्य सामग्रियों का सेवन न करें।
- ताजा और हल्का भोजन करें या ठंडे पानी के सेवन से बचे।
जिला अस्पताल की ओपीडी के आंकड़े...
दिनांक और मरीज
11 जुलाई 1070
12 जुलाई952
13 जुलाई 920
14 जुलाई 977
15 जुलाई 809
16 जुलाई 181
17 जुलाई 983