जिले में डेंगू का कहर: डेंगू पॉजिटिव युवक ने तोड़ा दम, निजी अस्पताल में चल रहा था इलाज, नागपुर ले जाते वक्त रास्ते में युवक की मौत, स्वास्थ्य विभाग कराएगा सर्वे
- डेंगू पॉजिटिव युवक ने तोड़ा दम
- निजी अस्पताल में चल रहा था इलाज
- नागपुर ले जाते वक्त रास्ते में युवक की मौत
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शहर समेत जिले में डेंगू तेजी से फैल रहा है। सरकारी आंकड़ों में भले ही अभी तक सिर्फ १३० डेंगू पॉजिटिव है, लेकिन हकीकत यह है कि निजी अस्पताल और क्लीनिकों मेंडेंगू पेशेंट की लम्बी कतार लगी है। शहर के श्याम टॉकीज क्षेत्र निवासी ३४ वर्षीय युवक डेंगू पॉजिटिव आया था। निजी अस्पताल में इलाज के बाद हालत में सुधार न होने पर सोमवार को युवक को नागपुर ले जाया जा रहा था, रास्ते में युवक ने दम तोड़ दिया।
इस मामले में डीएमओ डॉ.देवेन्द्र भालेकर का कहना है कि निजी अस्पताल में रेपिड किट से जांच की जाती है, जबकि डेंगू संक्रमण की पुष्टि एलाइजा जांच से ही होती है। उक्त युवक के संबंध में जानकारी जुटाई जाएगी। प्रभावित क्षेत्र में टीम भेजकर लार्वा सर्वे कराया जाएगा।
१० टीमें कर रही लार्वा सर्वे-
डीएमओ डॉ. भालेकर के मुताबिक शहर की घनी आबादी वाले रहवासी क्षेत्रों में डेंगू संक्रमितों की संख्या अधिक है। नगर निगम के वार्डों में मलेरिया विभाग की दस टीमें सर्वे कर रही है। शहर के गुलाबरा, लालबाग और मोहन नगर क्षेत्र में लगातार सर्वे जारी है।
डेंगू के लक्षण...
डेंगू के सामान्य लक्षण- सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, तेज बुखार, शरीर में चकते, भूख में कमी।
डेंगू के गंभीर लक्षण- नाक-मसूड़े से खून आना, उल्टी व मल से खून आना, पेट दर्द, पेशाब कम होना और प्लेटलेट्स ४० हजार से कम होना।
डेंगू की जांच- जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में एलाइजा की निशुल्क जांच होती है।
मच्छर के काटने से बचाव के उपाएं...
- हमेशा मच्छरदानी लगाकर सोएं।
- शाम के वक्त दरवाजे, खिड़कियां बंद रखें।
- शाम के समय मास्किटो क्वाइल, नीम पत्तियों का धुआं करना चाहिए।
- पूरी आस्तिन और शरीर ढंकने वाले कपड़े पहनना चाहिए।
मच्छर के प्रजनन स्थल को नष्ट करने के उपाएं...
- फ्रिज, खुले कंटेरनरों की हर तीन दिन में सफाई करें।
- घर और आसपास पानी के टांकों को ढंक कर रखें।
- जहां पानी खाली करना संभव नहीं है, उनमें प्रति 100 लीटर पानी में 30 एमएल पेट्रोल, मिट्टी का तेल, मीठा तेल डालना चाहिए।
- घर के आसपास 100 मीटर के दायरे में घास, झाडिय़ां न रहने दें।
- पानी के बड़े गड्ढों में गंबूसिया मछली डालना चाहिए।
- हैंडपंप के आसपास पानी न जमा होने दें।