छिंदवाड़ा: कुएं में मिला मादा बाघिन का शव, लंबे समय से बना हुआ था मूवमेंट
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/चौरई- पेंच नेशनल पार्क की सीमा से लगे पूर्व वनमंडल क्षेत्र के चौरई वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सिंगोड़ी में एक खेत के कुएं में मादा बाघिन का शव मिला है। ग्राम सिंगोड़ी में किसान शिशुपाल रघुवंशी के खेत में बिना मुंडेर का कुआं है जहां पर बुधवार रात को मादा बाघिन का शव दिखाई दिया। किसान ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी जहां मौके पर पहुंचकर अगले दिन गुरूवार सुबह बाघिन के शव को बाहर निकाला गया। शव का पोस्र्टमार्टम कर प्रोटोकाल के तहत उसका अंतिम संस्कार किया गया। बताया जा रहा है कि पिछले दो दिन पले बाघिन के कुएं में गिरने से मौत हुई है। मृत मादा बाघिन की उम्र तीन साल है। पिछले लंबे समय से इन क्षेत्रों में बाघ का मूवमेंट बना रहता है जहां पर अक्सर इन क्षेत्रों में इन्हें देखा जाता रहा है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि बाघ दो दिन पूर्व कुएं में गिरा होगा। वहीं सूचना मिलने के बाद बहुत से ग्रामीण यहां पहुंच गए थे जिसके कारण वन अमले को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
लंग्स में पानी भरने से हुई मौत
पूर्व वनमंडल के चौरई वनपरिक्षेत्र में आने वाले ग्राम सिंगोड़ी में एक खेत के कुएं में बाघिन का शव मिला है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाघिन के शव को बाहर निकाला जहां पोस्र्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया गया। रिपोर्ट में बाघिन के लंग्स में पानी भरने से मौत की वजह सामने आई है। इस दौरान कुएं से बाहर निकलने के लिए बाघिन के द्वारा किए संघर्ष में पंजों से खरोच के निशान भी मिले है। उत्पादन वन मंडल डीएफओ अमित निकम के समक्ष बाघिन के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
किसान का कहना..बना रहता था मूवमेंट
चौरई और चांद से तकरीबन १७ किमी की दूरी पर स्थित सिंगोड़ी गांव में रहने वाले शिशुपाल रघुवंशी ने बताया कि बुधवार रात को तकरीबन आठ बजे उनके चाचा के लडक़े ने कुएं में बाघिन के शव को देखा था। इस क्षेत्र में अक्सर बाघ का मूवमेंट बने रहने के कारण कुछ लोगों को साथ में लेकर मौके पर पहुंचे जहां बाघिन का शव कुएं में दिखाई दिया। इसकी सूचना सांख वन चौकी में दी जहां मौके पर वन विभाग की टीम पहुंच गई थी। अगले दिन गुरूवार को बाघिन का शव निकाला गया। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिस जगह पर घटना हुई है वह उनके घर से तकरीबन एक किमी दूर है।
अब कुओं में बनाई जाएगी मुंडेर
पेंच पार्क से लगे हुए इस क्षेत्र में लगातार बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। यहां पर इसके पहले भी घटनाएं हो चुकी है जहां बिना मुंडेर के कुआं होने के कारण शावक गिर गया था। हालंाकि उसे बाहर निकाल दिया गया था। इन घटनाओं को देखते हुए अब वन विभाग एक्शन प्लान के तहत अब ऐसे कुओं में पैराफिट बाउंड्रीवाल बनाएगा।
इनका कहना है
- हमारे स्टॉफ को बुधवार रात को सूचना मिली थी कि सिंगोड़ी गांव में एक कुएं में बाघिन का शव है। पोस्र्टमार्टम में चोट के निशान नहीं मिले है और मौत का कारण लंग्स में पानी भरना आया है। विधिवत बाघिन के शव का अंतिम संस्कार किया गया है।
- बृजेन्द्र श्रीवास्तव, डीएफओ, पूर्व वनमंडल
पहले भी हो चुकी घटना....तब भी बिना मुंडेर के कुएं में गिरा था शावक
पिछले साल २५ अगस्त को पूर्व वनमंडल अंतर्गत सांख सर्किल में आने वाले गांव हरदुआ गांव में जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र बबलू रघुवंशी के कुएं में सवा साल के बाघ का शावक गिर गया था। हालांकि यहां अच्छी बात रही है कि इसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। यहां भी बिना मुंडेर का कुआं होने से शावक गिरा था। यहां तकरीबन १९ घंटे चले रेस्क्यू के बाद शव को बाहर निकाला जा सका था।