बोरपानी में नहीं थमा डायरिया का प्रकोप: तीसरे दिन एक दर्जन नए मरीज मिले- फोटो पांढुर्ना, स्वास्थ्य टीम ने डोर टू डोर किया सर्वे, मरीजों को दिया इलाज

  • बोरपानी में नहीं थमा डायरिया का प्रकोप
  • तीसरे दिन एक दर्जन नए मरीज मिले- फोटो पांढुर्ना
  • स्वास्थ्य टीम ने डोर टू डोर किया सर्वे, मरीजों को दिया इलाज

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-30 06:06 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। पांढुर्ना के बोरपानी में डायरिया का प्रकोप अभी थमा नहीं है। तीसरे दिन गुरुवार को भी एक दर्जन से अधिक नए पेशेंट मिले है। डायरिया पीडि़त इन मरीजों को इलाज दिया जा रहा है, हालांकि इनमें से किसी भी पेशेंट की हालत गंभीर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच कर रही है।

बीएमओ डॉ. दीपेन्द्र सलामे ने बताया कि गांव में अभी भी उल्टी-दस्त के नए मरीज मिल रहे है, हालांकि इनमें कोई भी गंभीर नही है। दूसरी ओर सिविल अस्पताल में भर्ती ३४ मरीजों में से १९ पेशेंट को छुट्टी दे दी गई है, शेष मरीजों का इलाज जारी है। आगामी तीन से चार दिनों तक कैंप लगाकर स्वास्थ्य जांच की जाएगी। बोरपानी में स्वास्थ्य टीम के अलावा पीएचई व जनपद की टीम काम कर रही है।

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अनदेखी... एक साल से बंद पड़े चार हैंडपंप-

गांव-गांव में हर घर नल का दावा करने वाले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की वनग्राम बोरपानी में पोल खुलती नजर आई। यहां एकमात्र नलकूप के भरोसे विगत दो-तीन सालों से जलापूर्ति की जा रही थी। इसी नलकूप के समीप वॉल्व का टैंक बना हुआ है, जहां नालियों व निस्तार का गंदा पानी जमा होकर पाइप लाइन से लोगों के घर तक पहुंच रहा था। यहां ग्रामीणों को फिल्टर पानी तो दूर साफ पानी भी नसीब नहीं हो रहा था। जिसकी शिकायत पंप चालक ने सरपंच-सचिव से की थी। दूसरी ओर गांव में चार हैंडपंप बंद पड़े है। जिसकी मरम्मत के कभी प्रयास नहीं किए गए। ग्रामीण तीन से चार दिनों तक स्टोर पानी पीने के लिए उपयोग करते है।

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बंद किया नलकूप, टैंकरों से हो रही जलापूर्ति-

मंगलवार से गांव में फैले डायरिया के प्रकोप के बाद कलेक्टर अजय देव शर्मा ने नलकूप बंद करा दिया है। यहां का बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया है। अब गांव में टैंकरों के माध्यम से साफ पानी की आपूर्ति कराई जा रही है। बताया जा रहा है कि नलकूप के पास ही लोग खुले में शौच करते थे। गुरुवार को विधायक नीलेश उईके बोरपानी पहुंचे थे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मिलकर शोक संवेदनाएं व्यक्त की।

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स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट-

पांढुर्ना के बोरपानी से लगा गांव डूकरझेला सौंसर ब्लॉक में आता है। सौंसर बीएमओ डॉ.योगेश शुक्ला गुरुवार को टीम के साथ डूकरझेला पहुंचे थे। यहां लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर साफ व उबालकर पानी पीने की सलाह दी गई है। अलर्ट जारी कर आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को निर्देशित किया गया कि वे गांव का सर्वे करते रहे। यहां डायरिया या अन्य बीमारी से पीडि़त मरीज मिलते है तो उन्हें इलाज देकर अधिकारियों को अवगत कराया जाए।

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