बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ: एवरेस्ट के बेस कैम्प तक पहुंचने वाली २ साल की गिन्नी बनी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर

  • एवरेस्ट के बेस कैम्प तक पहुंचने वाली
  • २ साल की गिन्नी बनी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर
  • जिले की बेटियों व महिलाओं को सपने पूरा करने का मिलेगा बल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-11 05:17 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिले के आदिवासी अंचल की रहने वाली पर्वतारोही दो साल की गिन्नी अपनी मां भावना डेहरिया के साथ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनी हैं। जिले की दोनों बेटियों ने बाधाओं में जकड़ी महिलाओं और बेटियों को सपने पूरा करने का बल दिया है।

दरअसल शनिवार को पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में लाडली बहना कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान आदिवासी अंचल तामिया की रहने वाली पर्वतारोही भावना डेहरिया और उनकी बेटी २ साल की सिद्धि मिश्रा उर्फ गिन्नी को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मोनिका बिसेन ने इस नियुक्ति पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भावना और बेटी सिद्धि मिश्रा का ब्रांड एंबेसडर के रूप में चयन दृढ़ संकल्प और उपलब्धि की भावना का प्रतीक है। उनकी प्रेरणादायक यात्रा अनगिनत लड़कियों और महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने और बाधाओं को तोडऩे के लिए प्रेरित करेगी। इस कार्यक्रम में छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू, कलेक्टर शीलेंद्र सिंह, महापौर विक्रम अहके, भाजपा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव,नगर निगम कमिश्नर चंद्र प्रकाश राय, एडीएम खेमचंद्र बोपचे, एसडीएम सुधीर जैन सहित अन्य अफसर मौजूद थे।

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बेटियों को बस सही अवसर मिले......

भावना और सिद्धि की उपलब्धियां इस बात का प्रमाण हैं कि जब हमारी बेटियों को सही अवसर मिलते हैं, तो वे क्या कुछ हासिल नहीं कर सकती हैं। उनके ब्रांड एंबेसडर बनने से पूरे देश में लड़कियों की शिक्षा और लैंगिक समानता का संदेश फैलाने में मदद मिलेगी।

- विवेक बंटी साहू, सांसद छिंदवाड़ा

अन्य बेटियों को भी मिलेगा समर्थन....

भावना डेहरिया और सिद्धि मिश्रा इस बात का जीवंत उदाहरण हैं कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से क्या हासिल नहीं किया जा सकता है। उनके ब्रांड एंबेसडर बनने से निश्चित रूप से और अधिक परिवार अपनी बेटियों के सपनों को समर्थन और पोषण देने के लिए प्रेरित होंगे।

- शीलेंद्र सिंह, कलेक्टर छिंदवाड़ा

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दुनिया की सबसे कम उम्र की पर्वता रोही

तामिया की रहने वाली पर्वता रोही भावना की बेटी सिद्धी मिश्रा उर्फ गिन्नी का जन्म 7 अप्रैल 2021 को हुआ था। वे अपनी मां के साथ मात्र दो साल की उम्र में नेपाल स्थित एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की लडक़ी हैं। यह कैंप समुद्र तल से 5,364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसी बेस कैंप से इन मां बेटी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का संदेश विश्व भर में दिया था।

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