भंडारा: वाघमारे ने कहा - हम समर्थन नहीं देते तो हार जाते पडोले, तुमसर में नौ हजार वोटों की मिली थी लीड
- कांग्रेस उम्मीदवार डा. प्रशांत पडोले को समर्थन नहीं देते तो वह हार जाते
- कार्यकर्ताओं की वोटिंग कराकर ही पडोले को समर्थन देने का फैसला लिया
डिजिटल डेस्क, भंडारा. पूर्व विधायक तथा विकास फाउंडेशन के संस्थापक चरण वाघमारे ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, वह यदि कांग्रेस उम्मीदवार डा. प्रशांत पडोले को समर्थन नहीं देते तो वह हार जाते। तुमसर विधानसभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित) के विधायक है। ऐसे में पडोले को वहां से वोट हासिल करना आसान नहीं था। विकास फाउंडेशन के समर्थन के साथ हजारों वोटरों ने पडोले के पक्ष में वोट डाले। वाघमारे ने कहा कि, उनका समर्थन पडोले को था कांग्रेस या नाना पटोले को नहीं।
पूर्व विधायक ने बताया कि, लोकसभा चुनाव दौरान अलग-अलग उम्मीदवार समर्थन मांगने विकास फाउंडेशन के पास आए थे। पर कार्यकर्ताओं की वोटिंग कराकर ही पडोले को समर्थन देने का फैसला लिया। डा. प्रशांत पडोले के पिता स्व. यादवराव का सहकार क्षेत्र में योगदान रहा है। इस लिए उन्हें समर्थन देने का फैसला लिया गया। जिसके चलते कार्यकर्ताओं ने तथा तुमसर विधानसभा क्षेत्र के वोटरों ने कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाले।
चरण वाघमारे ने बताया कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित) गुट के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भाजपा उम्मीदवार के लिए जमकर परिश्रम किया। लेकिन लोगों में सुनील मेंढे के प्रति नाराजगी थी। जिसके चलते राकांपा की मेहनत रंग नहीं ला सकी। वाघमारे ने स्पष्ट करते हुए कहा कि, आगामी विधानसभा चुनाव में भी विकास फाउंडेशन जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लढ़ने पर विचार कर रही है। चुनाव लढ़ना संभव नहीं हुआ तो किसे समर्थन देना यह उस समय की स्थिति देखकर फैसला किया जाएगा।
तो परिस्थिति अलग रहती : पूर्व विधायक चरण वाघमारे ने बताया कि डा. प्रशांत पडोले यह 37 हजार 380 वोटों से जीते है। तुमसर क्षेत्र में राकांपा (अजित गुट) के विधायक होने से भाजपा के सुनील मेंढे को वोट मिलना तय था। लेकिन विकास फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं के फैसले से पडोले को समर्थन दिया गया और वह जीते। उन्होंने दावा किया कि अगर किसी को भ्रम है तो वह विधानसभा चुनाव में देखे लोग किसके साथ हैं।