मर्डर: सुलझी गुत्थी: प्रेम प्रकरण में की गई थी नयन की हत्या
सालेबर्डी में मिला था शव
डिजिटल डेस्क, जवाहरनगर (भंडारा)। भंडारा तहसील के पांढराबोडी ग्राम निवासी नयन मुकेश खोडपे (19) का सालेबर्डी परिसर में शव मिला था। जवाहरनगर पुलिस ने जांच कर इस मामले की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने एक युवती समेत कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। नयन की प्रेम प्रकरण में हत्या किए जाने की जानकारी सामने आयी है। गिरफ्तार सभी आरोपियों को शनिवार को न्यायालय के सामने हाजिर किया जाएगा। आरोपियों में भोजापुर ग्राम निवासी मयंक अशोक ठाकरे (19), पेट्रोल पंप (ठाणा) निवासी शाहिल शरद धांडे (19), बीड सितेपार निवासी पूनम नरेंद्र कारेमोरे (19) का समावेश है। तीनों को भोजापुर तथा भंडारा से गिरफ्तार किया गया।
पांढराबोडी ग्राम निवासी नयन मुकेश खोडपे (19) यह 27 नवंबर से लापता था। उसके परिजनों ने 28 नवंबर को वरठी पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की। इस बीच गुरुवार की सुबह लगभग 11.45 बजे सालेबर्डी (खैरी) के नाले के पास नयन का शव मिला। उसके शरीर पर चोट के कई निशान थे और हाथ - पैर बंधे हुए थे। घटना सामने आने पर परिजनों को मौके पर लाकर उसकी शिनाख्त की गई। उस समय परिजनों ने घटना को प्रेमसंबधों में हत्या करने का आरोप लगाया। जवाहरनगर पुलिस थाने के थानेदार सुधीर बोरकुटे व उनकी टीम मामले में जांच कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने भोजापुर से मयंक अशोक ठाकरे (19), पेट्रोल पंप (ठाणा) शाहिल शरद धांडे (19) तथा बीड सितेपार निवासी पूनम नरेंद्र कारेमोरे (19) को हिरासत में लिया। तीनों ने बताया कि उन्होने ने नयन को 27 नवंबर को पांढराबोडी से सालेबर्डी के खेत परिसर में लाया। रस्सी से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इन आरोपियों ने प्रेमसंबध के चलते नयन खोडपे की हत्या किए जाने की बात कबूली है। पुलिस ने तीनों आरोपियों पर धारा 302, 201 के तहत मामला दर्ज किया है। सभी आरोपी बीएससी व बीए पाठ्यक्रम के छात्र है। शिक्षा पूर्ण करने के समय इन युवकों ने हत्या को अंजाम देकर अपने भविष्य से खिलवाड़ किया। मामले की जांच थानेदार सुधीर बोरकुटे कर रहे हंै।
पहली प्रेमिका के सहारे नयन को बुलाया घटनास्थल पर : मयंक ठाकरे के पूनम कारेमोरे के साथ कुछ दिन पहले तक प्रेमसंबध थे। लेकिन अभी पूनम कुछ समय से मृतक नयन खोडपे के साथ प्रेमसंबध में थी। पर वह मयंक के भी संपर्क में थी। इस बीच मयंक ठाकरे का नयन खोडपे के गांव में किसी युवती से प्रेमसंबध शुरू हुआ। इसकी जानकारी नयन को पता चली तो उसने मयंक को धमकाया और गांव के लड़की से संबध खत्म करने को कहा। जिससे गुस्साए मयंक ने अपनी पहली प्रेमिका पूनम कारेमोरे से कहकर 27 नवंबर को नयन को झिरी परिसर में बुलाया। वहां पर मयंक ने और शाहिल ने मिलकर नयन को जमकर पीटा। बाद में उसे पेड़ से बांधकर दोनों पूनम को छोड़ने भंडारा आ गए। कुछ समय बाद वापस आकर देखा तो नयन की मौत हो गई थी। जिसके बाद 28 नवंबर की रात दोनों ने नयन को दोपहिया पर बिठाकर सालेबर्डी के पास नाले में फंेक दिया। घटना के बाद पूनम ने अपने मोबाइल की सिम तोड़ दी थी। लेकिन तीनों को पुलिस ने चंद घंटों में पकड़ लिया।