तापमान: भंडारा में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार, गोंदिया में लू की लपटों ने किया बेजार

  • गोंदिया में भी पारा 45 डिग्री सेल्सियस छूने को बेताब
  • अब तक 6 मरीज अस्पताल में
  • बढ़ता पारा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-29 11:26 GMT

डिजिटल डेस्क, भंडारा/गोंदिया. नौतपा के चौथे दिन मंगलवार को दोपहर में झुलसा देनेवाली भीषण गर्मी से लोगों के हाल-बेहाल हुए। इस बीच भंडारा का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तथा गोंदिया का 44.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। लगातार बढ़ते तापमान के चलते भरी दोपहर में शहर के प्रमुख सड़कों पर मानो अघोषित कर्फ्यू लगा हो। ऐसे में भंडारा जिले में कुछ तहसीलों में आज शाम के समय अचानक मौसम बदला और आंधी के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई, जिससे लोगों काे भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली। लेकिन कई स्थानों पर आंधी ने कहर बरपाया है।

उधर भंडारा विगत 25 मई से शुरू हुआ नौपता 2 जून को खत्म होगा। लेकिन पिछले पांच दिनों से जिले का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। जो 42 से 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है। लेकिन पिछले दो दिन की तुलना में मंगलवार, 28 मई को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे शहर के प्रमुख सड़कों पर मानो अघोषित कर्फ्यू लगा हो। सुबह करीब 11 बजे से ही सड़कें सुनसान नजर आयी। इधर, मौसम विभाग ने हीटवेव का अलर्ट जारी करते हुए नागरिकों से आवश्यक सावधानी बरतने का आह्वान किया है। जिला आपदा प्रबंधन ने हीटवेव से सावधानी के लिए नागरिकों से दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर नहीं निकलने तथा आवश्यक काम होने पर घर से बाहर निकलते समय सिर और मुंह को कपड़े से बांधकर निकलने की सलाह दी है। उसी तरह बुखार या लू लगने के लक्षण दिखाई देने पर 108 क्रमांक पर तुरंत संपर्क करने का आह्वान किया है। साथ ही मानसून पूर्व कृषि कार्य करते समय किसानों को छाव में रहने और पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी है। साथ ही मवेशियों को छाव में बांधने के साथ उन्हें बार-बार पानी पिलाने की सूचनाए दी है।

गोंदिया में भी पारा 45 डिसे छूने को बेताब

गोंदिया में विकास के नाम पर पेड़ों की हो रही बेशुमार कटाई के कारण एक ओर जहां तापमान गर्मी का नया रिकार्ड बना रहा हंै। वहीं दूसरी ओर भूगर्भ का जलस्तर भी दिनोंिदन नीचे जा रहा है। पिछले दो-तीन दिनों से दिन में कभी-कभी आसमान में बादल छाने के बावजूद अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मार्च-अप्रैल माह में बीच-बीच में हुई बेमौसम बारिश के कारण तापमान कम-अधिक होने से गर्मी की तीव्रता उतनी महसूस नहीं हुई। दिन में गर्मी एवं रात में मौसम में ठंडक दिखाई पड़ती थी, लेकिन पिछले एक सप्ताह से लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी के कारण आम नागरिक हलाकान हो रहे हैं। जिसके कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा हंै। दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के दौरान गोंदिया शहर के जयस्तंभ चौक सहित हमेशा व्यस्त रहने वाली सड़कंे वीरान नजर आती है। नौतपा के चाैथे दिन मंगलवार, 28 मई को शाम 4 बजे के बाद आसमान में बदली छा जाने से गर्मी की चुभन तो कम हुई, लेकिन उमसभरी गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिली। भीषण गर्मी के कारण मनरेगा के काम पर जाने वाले मजदूरों को भी काम करना मुश्किल हो रहा है। अनेक स्थानों पर काम करने के लिए मजदूर पहुंच तो रहे हंै, लेकिन चिलचिलाती गर्मी में खुले में काम कैसा किया जाए? यह प्रश्न उनके सामने निर्माण हो रहा है। मौसम विभाग की माने तो अगले कुछ दिनों तक वातावरण इसी प्रकार का बना रहने की संभावना है।

अब तक 6 मरीज अस्पताल में

डा. निरंजन अग्रवाल, जिला संक्रामक रोग अधिकारी के मुताबिक जिले में भीषण गर्मी से प्रभावित होने वाले 6 मरीज अब तक अस्पतालों में भर्ती हुए है। लेकिन सभी को उपचार के बाद स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। भीषण गर्मी में नागरिकों को बचाव के उपायों का पालन करना चाहिए। दोपहर के समय बाहर न निकले, अगर अत्यंत आवश्यक हो तो सिर एवं मुंह पर कपड़ा बांधकर ही निकले, भरपूर पानी पिए, पौष्टिक आहार ले, इससे काफी हद तक बचाव हो सकता है। इस वर्ष उष्माघात से किसी प्रकार की जनहानी नहीं हुई।


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