भंडारा: शिक्षकों ने निकाला महाआक्रोश मोर्चा, शालाओं के निजीकरण का जीआर तत्काल रद्द करने की मांग
- पुरानी पेंशन शुरू करने के साथ अन्य कार्यों से मुक्त करने की लगायी गुहार
- शालाओं के निजीकरण का जीआर तत्काल रद्द करने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, भंडारा. महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से कुछ मांगो को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में हजारों शिक्षकों ने दस्तक दी। पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की गई। अध्यापन कार्य के अतिरिक्त अन्य काम बंद करने और प्राथमिक शालाएं कार्पोरेट कंपनियों को देने का निर्णय रद्द करने की मांग की गई। जिलाधिकारी कार्यालय पर महा आक्रोश मोर्चा का आयोजन किया गया। मोर्चे के पश्चात मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। आंदोलन करते समय पुरानी पेंशन से लेकर शालाओं के निजिकरण का विरोध, जन प्रतिनिधियों द्वारा अपमानजनक टिप्पणी, शिक्षकों को मुख्यालय में रहने की शर्त हटाने, नए शिक्षकों की नियुक्ति करने और वर्ष 2014 से विषय शिक्षकों पदोन्नत करने के पश्चात वेतनश्रेणी देने की मांग की गई।
आंदोलन में जिले के हजारों प्राथमिक शिक्षक में शामिल हुए। ज्ञापन सौंपते समय महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मुबारक सैय्यद, सचिव शंकर नखाते, सह सचिव रामभाऊ कोरे, शिक्षक नेता शितलकुमासर वैद्य, कोषाध्यक्ष विजय चाचेरे, कार्याध्यक्ष मनोहर कहालकर, सुरेंद्र उके, कैलाश बुद्धे, विवेक हजारे, दिलीप बावनकर, संजीव बावनकर, मुकेश मेश्राम, राजु सिंगनजुडे, दशरथ जिभकाटे, सुधीर माकडे, सुधीर वाघमारे, अनिल गायधने शिक्षक शामिल हुए।