शिक्षाधिकारी कार्यालय के सामने दिया धरना, पुरानी पेंशन की मांग को लेकर शिक्षक संगठन में आक्रोश
- सरकार की गलत नीति का शिक्षक दिवस पर काले फीते लगाकर करेंगे निषेध
- पुरानी पेंशन की मांग को लेकर शिक्षक संगठन में आक्रोश
डिजिटल डेस्क, भंडारा. सरकार की शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ विजुक्टा शिक्षक संगठन की ओर से सोमवार दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक शिक्षाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन किया गया। इसी तरह 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर काले फीते लगाकर निषेध किया, यह जानकारी विजुक्टा शिक्षक संगठन ने दी । बताया गया कि फरवरी तथा मार्च महीने में पूरे राज्य में हुए शिक्षकों के आंदोलन के समय सरकार द्वारा शिक्षकों की मांगों की पूर्तता की जाएगी, ऐसा आश्वासन देते हुए आंदोलन पीछे लेने के लिए कहा गया था। सरकार पर विश्वास करते हुए शिक्षकों ने आंदोलन पीछे लिया। शिक्षकों की मांगों को पूर्ण करने को लेकर सरकार ने अब तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। जिसके चलते शिक्षक संगठन ने सोमवार, 4 सितंबर को शिक्षाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन कर सरकार का अपनी लंबित मांगों की ओर ध्यानाकर्षण किया तथा शिक्षक दिवस पर अपनी मांगों को लेकर काली फीते लगाकर सरकार का निषेध करने की भूमिका बनाई है। विभिन्न मांगों में पुरानी पेंशन से लेकर सेवानिवृत्ति का लाभ तुरंत प्रदान करने की मांग को प्राथमिकता दी।
साथ ही अंशत: अनुदानित कनिष्ठ महाविद्यालयों को 100 प्रतिशत अनुदानित किया जाए, ग्रैजुटी फंड की सीमा केंद्र सरकार की तरह 20 लाख की जाए सहित अन्य मांगे शामिल है। इस धरना आंदोलन में विजुक्टा शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष प्रा.मार्तंड गायधने, सचिव प्रा.राजेंद्र दोनाडकर, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रा.सैनसिंह कोहपरे, डी. टी. गौपाले, एम. डब्ल्यू. किरणापुरे, एस. एस. गोंदोले, जे. आर. माकडे, जे. डब्लू. इखार, आर. एस. मोहतुरे, ए. एम. देशभ्रतार, उमेश सिंगनजुडे, अशोक गायधनी, एम. के. लोथे, आर. बी. हेमने सहित शिक्षक एवं अन्य पदाधिकारी शामिल हुए थे।