भंडारा: लंबे इंतजार के बाद पर्यटकों के लिए खुले कोका अभयारण्य के द्वार
- पर्यटकों के लिए खुला कोका अभयारण्य
- सड़कें खराब होने के कारण हुआ 15 दिन का विलंब
डिजिटल डेस्क, भंडारा. प्रति वर्ष 30 जून को बंद होने वाले अभयारण्य 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोल दिए जाते हंै, पर सितंबर माह में हुई बारिश के चलते सड़कें खराब होने से कोका अभयारण्य 15 दिन देरी से यानी रविवार 15 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। भंडारा जिले के पर्यटकों ने पहले दिन आफलाइन तरीके से स्पार्ट बुकिंग कर शाम को जंगल सफारी का आनंद लिया। नवेगांव – नागझिरा आरक्षित व्याघ्र प्रकल्प के तहत आने वाले कोका अभयारण्य में बाघ से लेकर खरघोश तक विविध वन्यजीव है। यहा अपार वनसंपदा व कई जलाशय है। यह सब यहा पहुंचने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करते हैं।
पर प्रत्येक वर्ष बारिश के दिनों में जंगल के मार्ग खराब होने से 30 जून से 1 अक्टूबर तक जंगल सफारी बंद रखी जाती है। इस बार भी तीन माह तक सफारी बंद रही। ऐसे में नवेगांव – नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प की अन्य गेट 1 अक्टूबर से ही शुरू हो चुकी है। पर खराब रास्ते के चलते कोका अभयारण्य खोलने में एक पखवाडे का विलंब हुआ। रविवार 15 अक्टूबर को अभयारण्य शुरू हुआ तो भंडारा के दिपक चड्ढा व रश्मी चड्ढा ने प्रथम पर्यटक के रूप में कोका में शाम को जंगल भ्रमण किया।
अब पर्यटक कोका अभयारण्य में सुबह 6 से 10 तथा शाम को 2 से 6 बिच जंगल सफारी कर सकेंगे। इसके लिए विभाग की साईट पर यहा गेट पर पहुचकर पंजियन किया जा सकेगा। कोका के वन परिक्षेत्र अधिकारी महादेव माकडे, वनरक्षक कल्पना फादाट, गाईड मुमेश गाढवे, रामपाल मानकर, किशोर मसराम, रवि टेकाम, नानेश्वर गोडगे, शुभम मेश्राम ने पर्यटकों का स्वागत किया। इस समय ग्रामीण उपस्थित थे।