आजीविका मिशन का सहायक प्रबंधक रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाया
बिलों के भुगतान के एवज में की थी रिश्वत की पेशकश
डिजिटल डेस्क बालाघाट। जिले में समूह ऑडिट के नाम पर वसूली का मामला अभी थमा भी नहीं था कि बिलों के भुगतान के एवज में समूह से रिश्वत का नया मामला सामने आ गया है। गुरूवार को जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने लालबर्रा में दबिश देकर आजीविका मिशन के सहायक प्रबंधक नरेंद्र सोनवाने को बिलों के भुगतान के बदले में ३५ सौ रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
उपनिरीक्षक स्वप्रिल दास ने बताया है कि पनबिहरी निवासी शीतला मां आजीविका स्व-सहायता समूह की सचिव राजेश्वर पंचेश्वर ने लोकायुक्त में शिकायत की थी। जिसमें उसने बताया था कि सूमह के द्वारा साल २०२२ में पंचायत चुनाव के दौरान चाय-नाश्ता एवं भोजन वितरण की व्यवस्था की गई थी। जिसका ५७ हजार का भुगतान किया जाना था। जिसके लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के लालबर्रा में पदस्थ सहायक प्रबंधक नरेंद्र सोनवाने द्वारा ४००० रुपये की मांग की गई थी। समूह की सचिव ने तय दिनांक के मुताबिक २ नवंबर को रिश्वत की रकम सहायक प्रबंधक को दी। इसी दौरान कार्रवाई करते हुए रिश्वत की रकम जब्त कर उनके विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
इनका कहना है
जबलपुर लोकायुक्त को पनबिहरी के शीतला आजीविका स्व-सहायता समूह की सचिव ने बिलों के भुगतान के बदले में सहायक प्रबंधक के द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की गई थी। जिसकी तस्दीक के बाद उन्हें रिश्वत की रकम के साथ पकड़ा है। प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया है।
-रेखा प्रजापति, निरीक्षक लोकायुक्त जबलपुर