उपक्रम: पारिवारिक हिंसा के मामले बढ़ा रहे परेशानी : चाकणकर
महिला आयोग आपके द्वार उपक्रम
डिजिटल डेस्क,अमरावती। महिला आयोग आपके द्वार में महिलाओं की बहुत सी शिकायताओं में पारिवारिक हिंसा के मामले बड़ी संख्या में आए हैं। यह हमारे लिए चुनौती के सामान हैं और परेशानी बढ़ा रहे हैं। विवाह पूर्व यदि समुपदेशन किया गया तो इस प्रकार की समस्याओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। समुपदेशन की जरूरत दिखाई पड़ रही है। यह बात महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने कही। वह जिलाधिकारी कार्यालय स्थित महसूल भवन के सभागृह में बोल रही थीं। इस अवसर पर उनके साथ महिला आयोग की सदस्य आभा बिज्जू पांडे, पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल आदि उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि धारणी में आज भी यह समस्या है कि महिलाएं बीमारी होने पर चिकित्सक की जगह बाबा के पास उपचार करवाने में विश्वास रखती हैं। 2022 में बाल विवाह की 14 शिकायतें हुई जिसमें एक मामले में अपराध भी दर्ज हुआ है। विशेष बात यह है कि कानून होने के बाद भी लोग उसका पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में बाल विवाह रोकने के लिए जहां शादी हुई उस सामाजिक संस्था, देवस्थान प्रबंधक पर भी कार्रवाई की जाएगी। 2023 में 23 शिकायतों में एक मामले में अपराध दर्ज हुआ।