आतंक: एक माह बाद भी तेंदुए को पकड़ने विफल रहा वन विभाग
कोशिश में जुटी वन विभाग
डिजिटल डेस्क, अमरावती। एक माह पहले पाठ्यपुस्तक मंडल परिसर में दिखाई देनेवाला तेंदुआ 25 अक्टूबर को समीप के मणिपुर ले-आऊट के रिहायशी बस्ती तक पहुंच गया था। इस समय तेंदुए ने वन विभाग के वाहन पर भी हमला किया। इस घटना के बाद परिसर में तेंदुए को लेकर नागरिकों में भय का माहौल बढ़ जाने के बाद वन विभाग ने 26 जून से विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था (वीएमवी) परिसर में वन विभाग ने दिन-रात गश्त बढ़ा दी थी। रविवार को इस गश्त लगाने को लगभग एक माह का समय पूर्ण हुआ। किंतु वीएमवी परिसर के भोसले सभागृह में छुपकर बैठे तेंदुए को पकड़ने वन विभाग को अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी।
इस क्षेत्र में वन विभाग ने जो ट्रैप कैमरे लगाए गए। उसमें वीएमवी परिसर में रात के समय शिकार की तलाश में घूमता हुआ तेंदुआ कई बार नजर आया। दिन के समय वह भोसले सभागृह के डप्टिंग के पास छुप जाता है। उस क्षेत्र में वन विभाग को तेंदुए की विष्टा और श्वानों के हड्डियां भी बरामद हुई। यहां तक कि भोसले सभागृह से बाहर जिस मार्ग से तेंदुआ शिकार के लिए निकलता है उस मार्ग पर वन विभाग ने तीन पिंजरे भी लगाए। लेकिन इस तेंदुए को पकड़ने अभी तक वन विभाग सफल नहीं हुआ। इसीबीच लगभग 15 दिन पहले अमरावती-चांदुर रेलवे मार्ग पर एसआरपीएफ कैम्प के पास अज्ञात वाहन की टक्कर में एक तीन वर्षीय मादा तेंदुए की मौत हुई थी। इस वाहन का पता लगाने वन विभाग ने क्षेत्र में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी टटोले। लेकिन उस वाहन चालक का अभी तक पता लगाने में भी वन विभाग सफल नहीं हो पाया है।