खतरा: अमरावती जिले के 20 गांवों में जलसंकट की आशंका!
- 1 करोड़ 84 लाख के काम प्रस्तावित
- 9 कुएं अधिग्रहित किए जाएंगे, नल योजनाओं की दुरुस्ती की जाएगी
डिजिटल डेस्क, अमरावती। इस वर्ष औसत से 25 प्रतिशत कम बारिश हाेने से जिले के मेलघाट और चांदुर रेलवे परिसर में जलसंकट गहराने की आशंका के चलते जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने तीन चरणों में उपाय करने का नियोजन बनाया है। इस नियोजन का पहला चरण अक्टूबर से दिसंबर, दूसरा चरण जनवरी से मार्च और तीसरा चरण अप्रैल से जून यह निश्चित करते हुए वर्तमान में पहले चरण में 20 गावों में संभावित जलसंकट से निपटने के उपाय सुझाए हैं। जिसके लिए 1 करोड़ 84 लाख रुपए का खर्च प्रस्तावित किया गया है। यह नियोजन का प्रारूप अंतिम मंजूरी के लिए जिलाधिकारी को भेजा गया है
इस वर्ष के मानसून में केवल 76 प्रतिशत बारिश होने के कारण औसत से वह 25 प्रतिशत कम रहने के कारण आनेवाले दिनों में जिले में जलसंकट गहराने की आशंका जताई जा रही है। जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने संभावित जलापूर्ति से निपटने का नियोजन करने के निर्देश सभी जिलाधिकारी को दिए थे। हालांकि यह नियोजन पिछले महीने में ही तैयार होना आवश्यक था। किंतु दिवाली की छुटि्टयों के चलते गुरुवार को शासकीय कार्यालय खुलते ही जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग में पहले चरण के जलसंकट के निर्मूलन हेतु बनाया गया प्रारूप मंजूरी के लिए जिलाधिकारी को भेजा।
यह उपाय सुझाए : अक्टूबर से दिसंबर इस पहले चरण में जल संकट की तीव्रता काफी कम रहने से पहले चरण में कहीं पर भी टैंकर से जलापूर्ति नहीं होगी। किंतु 10 नल योजनाओं की विशेष दुरुस्ती के लिए 83 लाख रुपए, 1 अस्थायी पुरक नल योजना के लिए 15 लाख, 9 कुएं अधिग्रहित करने के लिए 12 लाख 84 हजार का खर्च का प्रस्तावित किया गया है।