सीईओ उत्तराधिकार पर विशेषज्ञों ने कहा, सही ट्रांसिशन के लिए भीतर देखें
बयान सीईओ उत्तराधिकार पर विशेषज्ञों ने कहा, सही ट्रांसिशन के लिए भीतर देखें
- सीईओ उत्तराधिकार पर विशेषज्ञों ने कहा
- सही ट्रांसिशन के लिए भीतर देखें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने हाल में टिप्पणी की थी कि वह प्रमोटर ग्रुप की अगली पीढ़ी को कंपनी से बाहर रखने के लिए पूरी तरह से गलत थे। उनके इस बयान से में कंपनी के उत्तराधिकार को लेकर एक बहस शुरू हो गई है। विशेषज्ञों की राय है कि आंतरिक उम्मीदवारों को पहले मौका देना चाहिए क्योंकि उन्हें संगठन की दूरदर्शिता, संस्कृति और प्रतिस्पर्धी शक्तियों और सापेक्ष कमजोरियों के बारे में अच्छी समझ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आंतरिक उम्मीदवारों को अपनी कंपनियों का नेतृत्व करने का अवसर दिया जाना चाहिए। सीईओ की खोज और चयन प्रक्रिया में ऐसे पहचाने गए उम्मीदवारों को पहला अवसर दिया जाना चाहिए क्योंकि उनके पास अनुभव है और संगठन के आगे बढ़ने के मार्ग का ²श्य है।
लिगेसी ग्रोथ और कोफाउंडर प्रिवेक्सस वीएफओ के मैनेजिंग पार्टनर, सक्सेशन कोच सूरज मलिक के अनुसार, आंतरिक कार्यकर्ताओं को संगठन की संस्कृति और उद्देश्य के साथ मिश्रण करने का एक अनूठा लाभ होता है, जबकि बाहर से आए व्यक्ति को अधिक समय लग सकता है या मुश्किल हो सकता है। साथ ही आंतरिक उम्मीदवारों को नेतृत्व की भूमिकाओं में ले जाकर पुरस्कृत करना उन लोगों को प्रेरित करता है जो कंपनी के भीतर बढ़ने की इच्छा रखते हैं।
हाल की रिपोर्टों में कहा गया है कि देश की सबसे बड़ी उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने 2023 में भूमिका से हटने के बाद मौजूदा संजीव मेहता की जगह लेने के लिए संगठन के भीतर से संभावित मुख्य कार्यकारी उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया है। एचआर विशेषज्ञ सुजितेश दास ने कहा, बड़े संगठनों में उत्तराधिकार की योजना बनाना कभी आसान नहीं होता।
यह उन कंपनियों के लिए विशेष रूप से सच है जिनके पास मजबूत अंतरराष्ट्रीय पदचिह्न् हैं। यदि चुना गया उम्मीदवार संगठन के भीतर से है तो यह हमेशा मदद करता है। नए लीडर को कंपनी की संस्कृति, विजन, लोगों, अवसरों और चुनौतियों से परिचित होना होगा। एक आंतरिक उम्मीदवार नेतृत्व परिवर्तन से जुड़े कई जोखिमों को कम कर सकता है।
सोर्सः आईएएनएस
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