बुरी खबर: नहीं कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, सरकार ने एक्साइज ड्यूटी कम करने खींचा हाथ
बुरी खबर: नहीं कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, सरकार ने एक्साइज ड्यूटी कम करने खींचा हाथ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में पिछले दिनों पेट्रोल-डीजल के दाम 55 महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए है। आठ दिनों से मानों तेल में आग लग गई है। जहां एक तरफ पेट्रोल 80.20 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है,वहीं डीजल भी 65 रुपए के पार पहुंच गया है। पहले सरकार ने टैक्स कम कर जल्द राहत देने की ओर इशारा किया था, लेकिन अब सरकार ने टैक्स कम करने से साफ इनकार कर दिया है। जिसके बाद आम आदमी की मुश्किले बढ़ सकती हैं। दरसअल केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने से मना किया है। सरकार का कहना है कि पेट्रोल और डीजल के रेट्स अभी उस स्तर पर नहीं पहुंचे हैं कि एक्साइज ड्यूटी कम की जाए।
पिछले एक हफ्ते में नहीं हुआ है रेट्स में इजाफा
राज्यों की तेल कंपनियों ने भी पिछले एक हफ्ते से पेट्रोल और डीजल की कीमतें रीवाइज नहीं की हैं। कंपनियों ने 24 अप्रैल को आखिरी बार कीमतें बढ़ाई थीं। पेट्रोल के दाम 74.63 रुपए प्रति लीटर और डीजल के 65.93 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच चुके हैं। वहीं कई राज्यों में पेट्रोल 80.20 रुपए प्रति लीटर और डीजल 69.23 रुपए बिक रहा है।
एलपीजी के रेट्स पर पड़ सकता है असर
रिपोर्ट्स के मुताबिक तेल की कीमतें सरकार का बजट बिगाड़ सकती हैं जिसका असर एलपीजी के रेट्स पर भी पड़ेगा, जिस पर सरकार सब्सिडी देती है।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि अगर कीमतें ऊपर नहीं जाती हैं, तो एक्साइज ड्यूटी में कटौती की कोई वजह नहीं बनती है। उन्होंने बताया कि एक्साइज ड्यूटी में अगर एक रुपए की भी कटौती होती है, तो इससे सरकार को 13,000 करोड़ रुपए का राजस्व का नुकसान उठाना पड़ता है।
कितनी एक्साइज ड्यूटी वसूलती है सरकार
बता दें कि केंद्र सरकार फिलहाल पेट्रोल पर 19.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूलती है। इसके बाद राज्यों की तरफ से वैट लगाया जाता है। दिल्ली की बात करें, तो यहां पेट्रोल पर 15.84 रुपये प्रति लीटर वैट लगता है। डीजल पर 9.68 रुपये प्रति लीटर वैट है।