बैंकों से 5 वर्षो में 10,09,511 करोड़ रुपये के खराब कर्ज बट्टे खाते में डाले गए
सरकार बैंकों से 5 वर्षो में 10,09,511 करोड़ रुपये के खराब कर्ज बट्टे खाते में डाले गए
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- 511 करोड़ रुपये के खराब कर्ज बट्टे खाते में डाले गए : सरकार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों ने पिछले पांच वित्तवर्षो (2017-22) में 10,09,511 करोड़ रुपये के डूबत कर्ज माफ किए हैं। संसद में सोमवार को यह जानकारी दी गई। वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान मौखिक प्रतिक्रिया में कांग्रेस सदस्य दीपक बैज को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) खराब कर्ज को बट्टे खाते में डालने वाले शीर्ष 10 बैंकों की सूची में सबसे ऊपर है।
उन्होंने बताया कि एसबीआई ने 2021-22 में 19,666 करोड़ रुपये के खराब कर्ज को बट्टे खाते में डाला, इसके बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 19,484 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक ने 18,312 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ बड़ौदा ने 17,967 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया ने 10,443 करोड़ रुपये, आईसीआईसीआई बैंक ने 10,148 करोड़ रुपये, एचडीएफसी बैंक ने 9,405 करोड़ रुपये, एक्सिस बैंक ने 9,126 करोड़ रुपये, इंडियन बैंक ने 8,347 करोड़ रुपये और केनरा बैंक ने 8,210 करोड़ रुपये के खराब कर्ज को बट्टे खाते में डाला।
जब बैज ने यह जानना चाहा कि किन संस्थाओं या व्यक्तियों के नाम बट्टे खाते में डाल दिए गए हैं, तो मंत्री ने कहा कि आरबीआई के मानदंडों के अनुसार नामों का खुलासा नहीं किया जा सकता। कराड ने कहा कि अगर ऐसे कर्जदारों के खिलाफ प्रतिभूतिकरण अधिनियम या एनसीएलटी के विभिन्न प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाती है, तो उनकी संपत्तियों की नीलामी की जाती है और ऐसी संस्थाओं के नाम घोषित किए जाते हैं।
मंत्री ने आगे बताया कि आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पिछले पांच वित्तीय वर्षो के दौरान बट्टे खाते में डाले गए ऋणों से 1,03,045 करोड़ रुपये की वसूली सहित कुल 4,80,111 करोड़ रुपये की वसूली की है।
सोर्सः आईएएनएस
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