इनकम टैक्स: नेशनल टैक्स कॉन्फ्रेंस 'ज्ञानलोक' का हुआ शुभारंभ

  • आर्थिक विकास के लिए राजस्व संग्रहण में वृद्धि जरूरी
  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नीतियां एवं कार्य-योजनाएं पारदर्शी हैं
  • प्रदेश में मालवा-निवाड़ की संस्कृति देश में सबसे अलग व अद्वितीय

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-15 18:42 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के त्वरित आर्थिक विकास के लिये राजस्व-संग्रहण में वृद्धि आवश्यक है। राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप जीएसटी के माध्यम से शासकीय राजस्व में वृद्धि के लिए उद्योगों की स्थापना एवं व्यावसायिक कार्यो में पूंजीगत निवेश अत्यंत आवश्यक है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नीतियां एवं कार्य-योजनाएं स्पष्ट व पारदर्शी हैं। विकास विजन को क्रियान्वित करते हुए प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है। इससे प्रदेश विकास की राह पर सदैव गतिशील बना रहे।

आयुक्त वाणिज्यिक कर स्वतंत्र कुमार सिंह ने ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रक्टिशनर्स (सेंट्रल ज़ोन), मध्यप्रदेश टेक्स लॉ बार एसोसिएशन, म.प्र. तथा टैक्स प्रक्टिशनर्स एसोसिएशन, उज्जैन के समन्वय से उज्जैन में दो दिवसीय नेशनल टैक्स कॉन्फ्रेंस "ज्ञानलोक" को संबोधित कर रहे थे।

वाणिज्यिक कर आयुक्त सिंह ने राज्य सरकार की मंशा, कार्य-योजनाओं में राज्य विकास के लिए इस नेशनल टैक्स कॉन्फ्रेंस में देश के विभिन्न प्रान्तों व शहरों से पधारे डेलीगेटस, अधिवक्ता,चाटर्ड एकॉउंटेंट्स व कर-सलाहकारों से अनुरोध किया कि टैक्स सलाहकार, देश मे करोड़ों लाख रुपये का व्यवसाय करने वाले अपने पक्षकारों को नीतिगत व वैधानिक रूप से मध्यप्रदेश में उद्धयोग, व्यापार-व्यवसाय को बढ़ावा देने के संदर्भ में अधिकतम पूंजी-निवेश करने के लिये अपनी विधिक सलाह से प्रेरित करें। सरकार उन्हें जल, ज़मीन, बिजली व फाइनेंस आदि समस्त सुविधाएं प्रदान करने के लिये कटिबद्ध है।

उन्होंने मध्यप्रदेश को "सम्भावनाओं का प्रदेश" बताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में पूंजी निवेश क्यों, कैसे और किन-किन क्षेत्रों/सेक्टर्स में किया जा सकता है, जिससे ना केवल निर्माताओं व व्यावसायियों को इसका लाभ प्राप्त होगा। राज्य के लाखों परिवारों को रोजगार भी प्राप्त हो सकेगा।

प्रदेश में मालवा-निवाड़ की संस्कृति देश मे सबसे अलग व अद्वितीय है,यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर को और अधिक सुंदर व व्यापक बनाये जाने हेतु इस क्षेत्र में पूंजीगत निवेश की अपार संभावनाएं विद्धमान हैं।

मध्यप्रदेश एवं भारत सरकार द्वारा स्वीकृत विभिन्न औद्योगिक पार्क एवं महत्वपूर्ण योजनाओं में पी.एम. मित्रा पार्क, धार, विद्युत नवीनीकरण उपकरण शौर्य, नर्मदापुरम, मेडीकल डिवाइसेज पार्क, विक्रम-उद्धयोगपुरी, मेगा लेदर, फुटवेयर एन्ड एसेसरीज़ क्लस्टर डेवलपमेंट पार्क, सीतापुर (मुरैना), पी.एम. गति शक्ति आदि संभावनाओं वाले क्षेत्र हैं।

एड. देवेंद्र जैन, केदार हेड़ा, हेमंत शाह, एड सुधीर मिश्रा, एड. सुधेश बोर्डिया इंदौर, एड. संतोष गुप्ता, छतरपुर व एड. मनीष त्रिपाठी भोपाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

Tags:    

Similar News