Celebs Reaction: जेएनयू में हुई हिंसा पर ऐसा था बॉलीवुड सेलेब्स का रिएक्शन, कहा- शर्मनाक
Celebs Reaction: जेएनयू में हुई हिंसा पर ऐसा था बॉलीवुड सेलेब्स का रिएक्शन, कहा- शर्मनाक
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में नकाबपोश हमलावरों द्वारा छात्रों और शिक्षकों पर रविवार को किए गए हमले की बॉलीवुड हस्तियों ने निंदा की। इस लिस्ट में रीमा कागती, राजकुमार राव, मनोज बाजपेयी और निम्रत कौर जैसे सितारे शामिल हैं। नकाबपोश बदमाशों ने रविवार को छात्रों और शिक्षकों पर लाठी-डंडों और लोहे की छड़ों से हमला किया। हमले में घायल करीब 20 विद्यार्थी एम्स में भर्ती हैं। इनमें छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल हैं, जिन पर कथित तौर पर आंखों के ऊपर लोहे की छड़ से हमला किया गया है। आइए जानते हैं कैसा है सेलेब्स का रिएक्शन !
At Carter Road, Mumbai in support of the students #JNU #AMU #JamiaMilliaIslamia pic.twitter.com/UG5pLBUYot
— Reema Kagti (@kagtireema) January 6, 2020
रीमा कागती: मैं विद्यार्थियों और भारत के लोगों के साथ हूं। भारत सरकार को अपनी क्रूरता और बर्बरता पर शर्म आनी चाहिए। हैशटैगजेएनयू हैशटैगजामिया हैशटैगनोटूएनआरसी हैशटैगनोटूसीएए।
How did we forget that our differences are among our most valuable assets? We have the power to reclaim our democracy. Let us not be divided conquered by the enemy within among us. #ForTheStudents https://t.co/yQhPnDNeua
— Mahesh Bhatt (@MaheshNBhatt) January 6, 2020
महेश भट्ट: अब यहां! राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर भारत में फांसीवाद का आगमन हो चुका है। वक्त आ गया है कि हम अपने विषैले मौन को तोड़ें और एक स्वर में इसके खिलाफ आवाज उठाएं।
What happened in #JNU is shameful, horrific and heartbreaking. Those who are responsible behind these attacks should be punished. #JNUViolence
— Rajkummar Rao (@RajkummarRao) January 5, 2020
राजकुमार राव: हैशटैगजेएनयू में जो भी हुआ, वह शर्मनाक, भयावह और दिल तोड़ने वाला है। इन हमलों के पीछे जो भी है, उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। हैशटैगजेएनयूहिंसा।
Cruel...horrific.....scary..images from JNU are very https://t.co/ohVZ80hOls should be condemned in no uncertain https://t.co/sP87ojBhXs democracy should allow colleges and universities to be so unsafe that goons can enter at will at any time to hurt and intimidate. pic.twitter.com/UXHYtaiERz
— manoj bajpayee (@BajpayeeManoj) January 6, 2020
मनोज बायपेयी: जेएनयू की आ रही तस्वीरें क्रूर..डरावनी..भयावह और विचलित करने वाली हैं। इसकी निंदा के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। किसी भी लोकतंत्र को इतनी छूट नहीं देनी चाहिए कि वे कॉलजों और विश्वविद्यालयों को असुरक्षित कर सकें, कि गुंडे कभी भी घुस कर किसी को चोट पहुंचा सकें।
Disgusted with the cancerous India we wake up to every single day. What’s next? Who’s next? Where’s next? We’re yet to heal from all the recent horrific atrocities and new ones just bulldoze their way right in. Sickened to disbelief. #JamiaMilia #UP #JNU #India
— Nimrat Kaur (@NimratOfficial) January 6, 2020
निम्रत कौर: हर सुबह जागने के बाद भारत को नासूर बनता देख निराश हो चुकी हूं। आगे क्या होगा? अगला कौन है? अगला कहां होगा? हालिया सभी घटनाओं से अभी उबरे नहीं हैं कि नई परेशानियां तैयार खड़ी रहती हैं। हैशटैगजामियामिलिया हैशटैगयूपी हैशटैगजेएनयू।
India,where cows seem to receive more protection than students, is also a country that now refuses to be cowed down. You can’t oppress people with violence-there will be more protests,more strikes,more people on the street. This headline says it all. pic.twitter.com/yIiTYUjxKR
— Twinkle Khanna (@mrsfunnybones) January 6, 2020
एक अखबार की क्लिप साझा करते हुए ट्विंकल खन्ना ने ट्वीट किया कि भारत, एक ऐसा देश जहां छात्रों से अधिक गायों को सुरक्षा मिलती है। वह एक ऐसा देश भी है, जिसने डर में जीने से मना कर दिया है। आप हिंसा से लोगों को नहीं दबा सकते हैं, इससे और अधिक प्रदर्शन होंगे, अधिक हड़तालें होंगी, ज्यादा से ज्यादा लोग सड़कों पर आएंगे। यह शीर्षक सब कुछ कह रहा है।
Sums it all
— taapsee pannu (@taapsee) January 6, 2020
For everyone who refuses to look at it, acknowledge it let’s wait till your house burns down. pic.twitter.com/2vcfum6p7X
इसी अखबार की क्लिप को साझा करते हुए तापसी पन्नू ने लिखा कि यह उनके लिए है, जो इसे अनदेखा करते हैं, इसे स्वीकार करें। चलिए तब तक इंतजार करते हैं, जब तक हमारा घर नहीं जलता है।
It breaks my heart to see what happened at JNU! What’s going on in India is horrifying!! Students teachers being beaten up terrorized by masked cowards!! The constant blame game!Stooping so low for political agendas!Violence is NEVER a solution! How have we become so inhuman?
— Kriti Sanon (@kritisanon) January 6, 2020
कृति सैनन: जेएनयू में जो हुआ, उसे देख मेरा दिल टूट गया! भारत में जो भी हो रहा है, उसे देखना भयावह है!! नकाबपोश कायरों द्वारा विद्यार्थियों और शिक्षकों को पीटा जा रहा है और आतंकित किया जा रहा है। दोषारोपण का खेल लगातार जारी है! राजनीतिक एजेंडे के लिए कोई इतना नीचे कैसे जा सकता है! हिंसा से कभी समाधान नहीं हुआ है! हम इतने अमानवीय कैसे हो सकते हैं?
Shocking disgusting and cowardly. Have the balls to at least show your face when you want to attack innocents. https://t.co/laFmsF8DTK
— Sonam K Ahuja (@sonamakapoor) January 5, 2020
सोनम कपूर: घृणित, कायरतापूर्ण और चौंकाने वाला। जब आप निर्दोषों पर हमला करना चाहते हैं तो कम से कम अपना चेहरा दिखाओ।
Attempting to shut down student voices of dissent with violence is the death of democracy . #Jnuattack
— Tahir Raj Bhasin (@TahirRajBhasin) January 6, 2020
ताहिर राज भसीन: असहमति प्रकट करने वाले विद्यार्थियों की आवाज को हिंसा से दबाने का प्रयास लोकतंत्र की हत्या है।
Organised attack on the students because what they say ,do or believe in?!!Since when has having an opinion a crime in modern India??Cover your faces, the world is looking at you....#SOSJNU
— anurag basu (@basuanurag) January 6, 2020
अनुराग बसु: विद्यार्थी कुछ कह रहे हैं, कर रहे हैं या किसी विचारधारा में विश्वास करते हैं, तो सिर्फ इसके लिए उनपर सुनियोजित तरीके से हमला? आधुनिक भारत में अपनी राय प्रकट करना कब से अपराध हो गया? अपने चेहरे छिपा लो, मगर दुनिया तुम्हें देख रही है।
So this is what it’s come to?
— Amyra Dastur (@AmyraDastur93) January 6, 2020
Beating up STUDENTS and TEACHERS with steel rods!
Shutting off Street LIGHTS!
MASKED Extremists destroying everything in their path and the Police stand idle!
India will not be ruled by Gundagiri!#IStandWithJNU pic.twitter.com/MavoNLJ2Sd
अमायरा दस्तूर: तो यही अब होगा? विद्यार्थियों और छात्रों को लोहे की छड़ों से मारना। सड़क की बत्तियों को बंद करना! नकाबपोश हिंसा करने वाले अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को नष्ट कर रहे हैं। भारत पर गुंडागिरी का राज नहीं चलेगा।