अजब गजब: यूपी में है एक अनोखा मंदिर, इंसान जितनी बड़ी मछली की है समाधि, आप भी इसके बारे में जानकर हो जाएंगे हैरान
- यूपी में मछली की समाधि का मंदिर
- इंसान जितनी बड़ी है मछली की समाधि
- समाधि बनवाने की ये है कहानी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मछली की समाधि के बारे में बहुत कम लोगों ने सुना होगा। साथ ही मन में सवाल भी आएगा कि आखिर कोई क्यों ही मछली की समाधि बनाएगा। लेकिन यूपी में एक ऐसा मंदिर है जहां मछली की समाधि की पूजा की जाती है। यूपी के मऊ जनपद में मोहम्मदाबाद गोहना के किशुन दास बाबा के मंदिर में कई सालों पहले इस मछली की समाधि बनाई गई थी।
काफी बड़ी है मछली की समाधि
मंदिर के पुजारी राम ज्ञान दास ने बताया है कि इस मंदिर में लोग मन्नते मांगते हैं। जिसके बाद अगर मन्नत पूरी हो जाती है तो लोग यहां पर घंटा बांधते हैं। बात करें मछली की समाधि की तो, करीब 150 साल पहले एक तालाब में मनुष्य जितनी बड़ी मछली रहती थी। तालाब से कुछ दूर पर ही एक पुजारी रहते थे जो इस मछली से काफी प्रेम करते थे। इसलिए उन्होंने इस मछली की समाधि तैयार करवा दी।
पुजारी ने बताई सारी बात
उस मछली की खास बात ये है कि जब भी कोई मंदिर में किसी भी तरह की पूजा की जाती है तो वह मछली पानी से बाहर आ जाती है। पूजा चलने तक वो मछली पानी के बाहर बैठी रहती है और पूजा खत्म होने के बाद वो मछली पानी में वापस चली जाती है। इस तरह ही एक दिन मंदिर में यज्ञ चल रहा था और मछली तालाब से बाहर निकल कर देखने के लिए मछली मंदिर में जा रही थी। तभी उसको किसी गाड़ी ने टक्कर मार दी। जिससे मछली की मौत हो गई थी।
इसलिए बनी समाधि
इसके बाद पूरे रिति रिवाजों से मंदिर में मछली की समाधि बनवाई गई। लोग आज भी इसकी पूजा पाठ करने आते हैं। आज भी इस तालाब की मछली कोई नहीं खा पाता है। कोई भी इस तालाब से मछली मारकर ले जाता तो घर पहुंचते-पहुंचते तक उन मछलियों में कीड़े लग जाते हैं।